होम राजनीति अनंत सिंह के ‘कमबैक’ पर नीतीश की पार्टी में कैसा घमासान? जदयू की रणनीति कहीं दोधारी तलवार तो नहीं!

अनंत सिंह के ‘कमबैक’ पर नीतीश की पार्टी में कैसा घमासान? जदयू की रणनीति कहीं दोधारी तलवार तो नहीं!

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Anant Singh News : मोकामा विधानसभा क्षेत्र में सियासी माहौल गर्म हो गया है. एक ओर पूर्व विधायक अनंत सिंह जेल से बाहर आने के बाद चुनावी मैदान में वापसी का ऐलान कर चुके हैं और पोस्टरों के जरिये संदेश दे रहे है, व…और पढ़ें

अनंत सिंह की दावेदारी पर जदयू नेता नीरज कुमार ने सवाल उठाए.
पटना. मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने बीते दिनों जेल से रिहाई के बाद साफ कर दिया था कि वे इस बार भी मोकामा से चुनाव लड़ना चाहते हैं. ऐसा लग भी रहा है कि जदयू से उनकी दावेदारी पक्की हो गई है, क्योंकि आगामी 15 सितंबर को होने वाले एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए वे सोशल मीडिया पर लगातार अपील कर रहे हैं. सम्मेलन के पोस्टरों में प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह की तस्वीरें हैं जो संकेत हैं कि अनंत सिंह जदयू के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.लेकिन, इसको लेकर पार्टी के भीतर ही सामंजस्य का अभाव दिख रहा है. दरअसल, जदयू के वरिष्ठ नेता और मोकामा से चुनाव लड़ चुके नीरज कुमार ने अनंत सिंह की सक्रियता पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है जिससे सियासी सरगर्मी बढ़ गई है.

जदयू नेता नीरज कुमार का विरोध

जदयू के वरिष्ठ नेता और एमएलसी नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि, अनंत सिंह पहले जदयू की सदस्यता तो ग्रहण कर लें तभी ना उम्मीदवारी होगी, बिना बच्चों के जन्म लिए लालन पालन कैसे हो सकता है. इसके साथ ही उन्होंने अनंत सिंह की आपराधिक छवि को मुद्दा बनाते हुए पार्टी नेतृत्व को अप्रत्यक्ष रूप से संदेश देने की कोशिश की है कि ऐसे व्यक्ति पर भरोसा करना जदयू की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है. बता दें कि नीरज कुमार खुद भी मोकामा से चुनाव लड़ चुके हैं और इस बार भी दावेदारी कर रहे हैं, जिससे पार्टी के अंदर टिकट को लेकर विवाद बढ़ता हुआ लग रहा है.

मुख्यमंत्री-ललन सिंह से मुलाकात

यहां यह भी बता दें कि जेल से बाहर आने के बाद अनंत सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह से भी मुलाकात की थी. इन बैठकों को राजनीतिक गलियारों में अनंत सिंह की पार्टी में वापसी के मजबूत संकेत के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, जदयू नेता नीरज कुमार के विरोध के बीच जदयू के लिए यह बड़ी चुनौती है कि वे मोकामा में किसे टिकट दें. अगर अनंत सिंह को टिकट देते हैं तो नीरज कुमार जैसे पुराने नेताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा. जबकि, नीरज कुमार को टिकट देने पर अनंत सिंह समर्थकों का विरोध होगा.

अब सबको 15 सितंबर का इंतजार

मोकामा विधानसभा में सियासत फिर से गरमाई है .अनंत सिंह की जदयू के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार से राजनीतिक टकराव और टिकट को लेकर विवाद मोकामा की सियासत को और पेचीदा बना रहा है. बिहार चुनाव से पहले मोकामा विधानसभा क्षेत्र में सियासी हलचल तेज है. इन सबके बीच अब  सबको इंतजार 15 सितंबर के कार्यकर्ता सम्मेलन का है जब मोकामा की सियासत का रुख लगभग तय हो जाएगा.

मोकामा सीट का सियासी महत्व

बता दें कि मोकामा विधानसभा क्षेत्र कई बार अनंत सिंह का गढ़ रहा है. जेल जाने के बाद यह सीट जदयू के पास चली गई थी. हालांकि, अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने RJD के टिकट पर चुनाव जीतकर परिवार की राजनीतिक मौजूदगी बरकरार रखी है. अब अनंत सिंह की वापसी से मोकामा की सियासत फिर से गर्म हो गई है.ऐसे में मोकामा विधानसभा क्षेत्र इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में सियासत का अहम केंद्र बन सकता है.

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Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट…और पढ़ें

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अनंत सिंह के ‘कमबैक’ पर नीतीश की पार्टी में कैसा घमासान? JDU की रणनीति पर सवाल

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