अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA में भारतीय मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक को एक अहम जिम्मेदारी मिली है. इनका नाम है अमित क्षत्रिय. अमित को नासा का नया एक्सप्लोरेशन-फोकस्ड एसोसिएड एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया गया है. ये नासा की सबसे बड़ी सिविल सर्विस की भूमिका मानी जाती है.
बता दें कि अमित नासा से पिछले 20 साल से जुड़े हैं और अब वे एजेंसी के टॉप लीडरशिप में शामिल हो गए हैं. नासा के एक्टिंग एडमिनिस्ट्रेटर सीन पी. डफी ने घोषणा करते हुए कहा कि अमित की नियुक्ति से अमेरिका की चाँद और मंगल की महत्वाकांक्षी योजनाओं को नई रफ्तार मिलेगी.
जानिए अमित क्षत्रिय के बारे में
अमित क्षत्रिय का जन्म अमेरिका के विस्कॉन्सिन राज्य में भारतीय प्रवासी परिवार में हुआ. उनके पिता इंजीनियर और माता रसायनशास्त्री थीं. माता-पिता ने हमेशा शिक्षा, गणित और विज्ञान पर जोर दिया. अमित ने कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास, ऑस्टिन से पढ़ाई की. वो 2003 में नासा से जुड़े और जल्द ही एक काबिल फ्लाइट डायरेक्टर बने. गौर करने वाली बात यह है कि इतिहास में अब तक केवल 100 लोग ही नासा के मिशन कंट्रोल फ्लाइट डायरेक्टर की भूमिका निभा पाए हैं, और अमित उनमें से एक हैं.
चाँद और मंगल मिशन की कमान संभालेंगे
नई जिम्मेदारी में अमित नासा के 10 केंद्र निदेशकों और मिशन डायरेक्टरेट के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर्स को लीड करेंगे. साथ ही वे नासा के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और सीनियर एडवाइजर के रूप में भी काम करेंगे. अमित पहले मून टू मार्स प्रोग्राम के डिप्टी प्रमुख थे, जहाँ वे आर्टेमिस अभियान के तहत चाँद पर मानव मिशन और भविष्य के मंगल अभियान की रूपरेखा तैयार कर रहे थे. ट्रम्प प्रशासन ने भी अमित की नियुक्ति को अहम कदम बताया है.
कई अवार्ड से नवाजे जा चुके हैं
उनकी शानदार सेवाओं के लिए उन्हें नासा आउटस्टैंडिंग लीडरशिप मेडल से सम्मानित किया गया. इसके अलावा, उन्हें सिल्वर स्नूपी अवार्ड भी मिला, जो अंतरिक्ष यात्री उन लोगों को देते हैं जिन्होंने स्पेस मिशनों की सुरक्षा और सफलता में असाधारण योगदान दिया हो.