होम झारखंड अधिकारों और भलाई के लिए एकजुट होना होगा : कन्हाई सिंह

अधिकारों और भलाई के लिए एकजुट होना होगा : कन्हाई सिंह

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बरवाडीह. पुराना प्रखंड कार्यालय स्थित नरेगा सहायता केंद्र प्रांगण में शनिवार को संयुक्त ग्राम सभा मंच के तत्वावधान में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत झांकी निकाल कर हुई, जो बस स्टैंड से बाजार होते हुए जल जंगल जमीन हमारा है और विश्व के आदिवासी एक हों जैसे नारों के साथ गुजरी. मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य कन्हाई सिंह ने कहा कि यह दिन आदिवासी समुदाय की समृद्ध संस्कृति, विरासत और योगदान को पहचानने का अवसर है. उन्होंने समुदाय के अधिकारों व भलाई के लिए एकजुट होने की बात कही. जेम्स हेरेंज ने आदिवासियों के इतिहास और उनकी विशिष्ट पहचान पर विस्तार से चर्चा की. 15 आदिवासी सांस्कृतिक टीमों ने पारंपरिक नृत्य-गीत प्रस्तुत किये. मौके पर संयुक्त ग्राम सभा मंच के मिथिलेश कुमार, अब्रेंसिया लकड़ा, संजय कुमार, संदीप सिंह समेत कई गांवों के ग्राम प्रधान व ग्रामीण उपस्थित थे. दूसरी ओर, आदिवासी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले संकल्प मार्च निकाला गया, जिसकी अध्यक्षता फ्रांसिस गुड़िया और संचालन राजेंद्र सिंह ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी जननायकों को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि देने से हुई. मुख्य अतिथि माले जिला सचिव बिरजू राम ने कहा कि जल, जंगल और जमीन पर हमले तेज हुए हैं, जिनके खिलाफ आदिवासियों को एकजुट होकर लड़ना होगा. फ्रांसिस गुड़िया ने भी संघर्ष और एकता का आह्वान किया. कार्यक्रम में जल, जंगल और जमीन बचाने का संकल्प लिया गया. मौके पर विशुनदेव सिंह, विरसा मुंडा, सुरेश उरांव, अरविंद उरांव, कृष्णा सिंह, सूरजदेव सिंह सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.

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