रूस के राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप.
ट्रंप और पुतिन की मुलाकात होने वाली है. अभी तक तारीख की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि अगले सप्ताह ये महामुलाकात हो सकती है. ट्रंप के अल्टीमेटम के बीच पुतिन का मुलाकात के लिए तैयार हो जाना चर्चा का विषय बना हुआ था. अब जो जानकारी सामने आ रही है, उसमें बताया जा रहा है कि पुतिन यूं ही मुलाकात के लिए तैयार नहीं हुए. ट्रंप ने ऐसे कई वादे किए हैं जो रूस के लिए फायदे का सौदा हैं. बातचीत में इन पर मुहर लगने की संभावना है.
यूक्रेन को लेकर ट्रंप और पुतिन में सब कुछ ठीक नहीं है, पिछले दिनों ट्रंप ने पुतिन को 50 दिन का अल्टीमेटम दिया था, बाद में इसे घटाकर दस दिन कर दिया था. ये समय सीमा समाप्त हो गई है. इस बीच ट्रंप ने अपने विशेष दूत विटकॉफ को पुतिन को पास भेजा और पुतिन से ऐसे वादे किए जो रूस के लिए फायदे का सौदा माने जा रहे हैं. दरअसल पुतिन के रवैये से ट्रंप भी खुश नहीं हैं, वह पुतिन को निराशाजनक कह चुके हैं, ये भी कह चुके हैं कि सब कुछ अब पुतिन पर निर्भर करता है, लेकिन वे ऐसे वादे करने को भी तैयार हैं जो कहीं न कहीं पुतिन के लिए बड़ी राहत हैं.
पुतिन के पास ट्रंप के क्या संदेश लेकर गए विटकॉफ
दुनिया के दो बड़े नेताओं के बीच बढ़ी तनातनी काफी हद तक ट्रंप के विशेष दूत विटकॉफ के रूस दौरे के बाद कुछ कम होती नजर आ रही है. दरअसल विटकॉफ ने पुतिन को ऐसे कई ऑफर दिए जिनसे यूक्रेन और रूस के बीच समझौते के आसार नजर आ रहे हैं. इनमें नाटो का प्रसार रोकने का आश्वासन देना भी शामिल है, इसीलिए पुतिन मुलाकात के लिए उत्साहित हैं और उन्होंने यहां तक कह दिया कि यह मुलाकात मित्र देश यूएई में हो सकती है.
ट्रंप से पुतिन को क्या मिला भरोसा?
- ट्रंप की ओर से पुतिन को भरोसा दिया गया है कि यूक्रेन में शांति नहीं बल्कि दोनों देश सीजफायर पर सहमत होंगे.
- ये भी कहा गया है कि जमीनी हकीकत के आधार पर रूस का जो कब्जा है वो बरकरार रहेगा, हालांकि कानूनी मान्यता नहीं होगी.
- बेशक कानूनी मान्यता नहीं होगी, लेकिन इसे 49 से लेकर 99 साल तक के लिए टाल दिया जाएगा. यानि तब तक रूस काबिज रहेगा.
- रूसी गैस और तेल के आयात को मंजूरी दे दी जाएगी और ये लंबे समय तक के लिए होगा.
- किसी भी हाल में नाटो का विस्तार नहीं होगा, अमेरिकी की तरफ से इसकी गारंटी भी दी जाएगी.
पुतिन भी मुलाकात के लिए उत्साहित
ट्रंप की ओर से दिए गए ऑफर के बाद पुतिन भी इस मुलाकात के लिए उत्साहित है, वह अप्रत्यक्ष रूप से इसे अपनी जीत के तौर पर देख रहे हैं, तभी उन्होंने ट्रंप के विशेष दूत विटकॉफ को सकारात्मक संदेश दिए हैं. पुतिन ने भी कह दिया है कि वह ट्रंप से मुलाकात के लिए तैयार हैं. उन्होंने ये भी संकेत दिया है कि वे यूक्रेन पर हमले रोक सकते हैं. पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और स्टीव विटकॉफ में अच्छी बातचीत हुई है, यह सकारात्मक नहीं है. उधर पुतिन ने भी कह दिया है कि यूएई में उनकी ट्रंप से मुलाकात हो सकती है.