सरकार ने गुरुवार को इजराइल में काम करने वाले लोगों के बारे में जानकारी देते हुए संसद को सुचित किया. सरकार ने बताया कि नवंबर 2023 में हस्ताक्षरित हुए एक द्विपक्षीय फ्रेमवर्क समझौते के तहत इस साल 1 जुलाई तक 6 हजार से भी अधिक भारतीय कामगार काम के लिए इजराइल गए हैं.
यह जानकारी विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा उस प्रश्न का उत्तर देते हुए दी, जिसमें उन भारतीय मजदूरों की संख्या पूछी गई थी, जो अक्टूबर 2023 में इजराइल -हमास संघर्ष शुरू होने के बाद भारत से इजराइल गए थे.
इजराइल संघर्ष में भारतीय ने गंवाई जान
मंत्री सिंह ने राज्यसभा में बताया कि हमास इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान पिछले साल मार्च में लेबनान से हुए एक हमले में एक भारतीय कृषि मजदूर मारा गया था. उन्होंने बताया कि इसका अलावा तीन अन्य नागरिक घायल हो गए थे, जिसमें पिछले साल अक्टूबर में गाजा से हुए इजराइल हमलों में एक और लेबनान से हमले में दो भारतीय नागरिक शामिल थे.
भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता
सरकार ने कहा कि वह विदेशों में भारतीय नागरिकों और भारतीय कामगारों की सुरक्षा और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों को सुरक्षित, व्यवस्थित और कानूनी तरीके से सुगमता से इजराइल जाने के लिए एक द्विपक्षीय समझौते पर बातचीत शुरू की गई थी और इस द्विपक्षीय समझौते पर नवंबर 2023 में हस्ताक्षर किए गए थे.
इतने भारतीय नागरिक जा चुके हैं इजराइल
मंत्री ने कहा कि इस समझौते के तहत 1 जुलाई तक 6,774 भारतीय कामगार काम के लिए इजराइल पहुंच चुके हैं. इसमें निर्माण क्षेत्र में 6,730 भारतीय नागरिक हैं और इजराइल पक्ष द्वारा उठाई गई मांग के आधार पर देखभालकर्ता के रूप में कार्यरत 44 भारतीय नागरिक शामिल हैं. जानकारी के अनुसार इसके अलावा लगभग 7,000 भारतीय नागरिकों को देखभालकर्ता के रूप में और लगभग 6,400 भारतीय नागरिकों को निजी माध्यमों से निर्माण क्षेत्र में भर्ती किया गया है.
इस वजह से 220 लोग लौटे भारत
विदेश राज्य मंत्री ने बताया कि काम करने के लिए इजराइल गए भारतीयों में लगभग 220 लोग वापस लौट आए है. उनके वापस लौटने की वजह कौशल असंतुलन और भाषा संबंधी बाधा है.
भारतीय दूतावास रहता है संपर्क में
मंत्री ने कहा कि हमारा दूतावास इजराइल में रह रहे भारतीयों के साथ नियमित संपर्क में रहता है और इजराइल में भारतीय कामगारों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कई अहम कदम भी उठाता है. उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास इजराइल में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और घायलों के उचित उपचार और पीड़ितों को मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए इजराइल अधिकारियों के साथ समन्वय करता है.