पतना. शिबू सोरेन के निधन से बरहेट में भी शोक छाया हुआ है. गांवों में लोग शोकाकुल हैं. लोग उनके साथ बिताये लम्हों को याद कर भावुक हो रहे हैं. बरहेट विधानसभा के दर्जनों गांवों में ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित कीं. आदिवासी परंपराओं के अनुसार श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. कार्यकर्ताओं ने गुरुजी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर, उनकी जीवनी पर चर्चा करते हुए कहा कि गुरुजी हमारे मार्गदर्शक थे. उनका आशीर्वाद हमें संघर्ष की ऊर्जा देता रहेगा. राजमहल लोकसभा के सांसद विजय हांसदा, केंद्रीय समिति सचिव पंकज मिश्रा, झायुमो जिलाध्यक्ष संजय गोस्वामी ने गुरुजी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि, गुरुजी का जाना हमारे लिये पिता तुल्य छाया का उठ जाना है. वे न केवल एक जननेता थे, बल्कि हमारी पहचान, हमारी आवाज़ और हमारी ताकत भी थे. उन्होंने आगे कहा कि हम शपथ लेते हैं कि गुरुजी की सोच, उनके संघर्ष और उनके अधूरे सपनों को हम पूरा करेंगे. वहीं, उनके अलावे बरहेट विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पतना के सुरेश टुडू, गुरु हेंब्रम, महेश साह, फणिभूषण साहा, मो शहबाज, अख्तर आलम, रहमान अंसारी, जितेंद्र यादव, अब्दुल रहीम, सुनील टुडू, इस्लाम शेख, राजेश यादव, दिनेश कर्मकार, वमीम अकरम, शमशेर मोमिन, फिरोज अंसारी, जयदेव साहा, फागु मंडल, शिवनाथ साह, भरत चंद्रवंशी, बरहेट के मोनिका किस्कू, राजाराम मरांडी, बर्नार्ड मरांडी, मुजीबुर रहमान, जेठा मुर्मू, पप्पू भगत, रूपक साह, लड्डू भगत, समदा सोरेन, समशुल अंसारी, मो अली, रिजाउल रहमान, बरहरवा के शक्तिनाथ अमन, अब्दुल गफूर, अब्दुल कादिर, धर्मवीर महतो, मो इकबाल, प्रदीप साहा, प्रदीप टोप्पनो सहित अन्य ने शोक जताया है.
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