तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उन्होंने लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया है। यह बड़ा घटनाक्रम कल्याण बनर्जी का महुआ मोइत्रा से जुबानी जंग के बीच हुआ है।
तृणमूल कांग्रेस के दो वरिष्ठ सांसदों के बीच तीखी जुबानी जंग के बाद सोमवार को बड़ा घटनाक्रम हुआ। पार्टी सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में चीफ व्हिप के पद से इस्तीफा दे दिया। ये फैसला पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक के बाद लिया गया। बैठक में ममता बनर्जी ने सभी सांसदों को स्पष्ट संदेश दिया कि आपसी लड़ाई बंद करें और केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट हो कर लड़ें।
क्या है पूरा विवाद?
इस सियासी तूफान की शुरुआत महुआ मोइत्रा के एक पॉडकास्ट इंटरव्यू से हुई, जिसमें उन्होंने अपने ही पार्टी सांसद कल्याण बनर्जी को “सुअर” कह दिया। उन्होंने कहा, “आप सुअर से नहीं लड़ते क्योंकि सुअर को वो पसंद है और आप गंदे हो जाते हैं।”
महुआ का ये तीखा पलटवार तब आया जब कल्याण बनर्जी ने उनके निजी जीवन पर टिप्पणी करते हुए उन्हें “महिला विरोधी” बताया और आरोप लगाया कि उन्होंने एक 65 साल के व्यक्ति (पूर्व बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा) से शादी कर एक 40 साल पुराना परिवार तोड़ा है।
कल्याण बनर्जी का जवाब
महुआ मोइत्रा के बयान पर जवाब देते हुए कल्याण बनर्जी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “किसी पुरुष को ‘यौन कुंठित’ कहना कोई बहादुरी नहीं, बल्कि साफ तौर पर गाली है। अगर ऐसी बात किसी महिला के लिए कही जाती, तो देशभर में गुस्सा फूट पड़ता। गाली तो गाली होती है, चाहे वो किसी के लिए भी हो।” उन्होंने महुआ पर “गटर स्तर की भाषा” इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि वह अपने रिकॉर्ड से ध्यान हटाने के लिए ऐसा कर रही हैं।
ममता की सख्ती
पार्टी की वर्चुअल बैठक में ममता बनर्जी ने इस विवाद पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सांसदों को आपस में झगड़ने के बजाय विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए। इस पर कल्याण बनर्जी ने कहा, “दीदी ने कहा कि सांसदों में समन्वय की कमी है, इसलिए मैं इसकी जिम्मेदारी लेते हुए मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे रहा हूं।”