सोशल मीडिया पर शेयर किए गए घटना के वीडियो में यात्री को कर्मचारियों पर हमला करते हुए और उनमें से एक पर हवाई अड्डे पर रखे जाने वाले स्टैंड से हमला करते हुए दिखाया गया है।
श्रीनगर एयरपोर्ट पर दिल्ली जाने वाली फ्लाइट में सवार होने जा रहे सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पाइसजेट के जमीनी रखरखाव करने वाले चार स्टाफ के साथ मारपीट की। उनमें से एक कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी टूट गई। यह घटना 26 जुलाई को हुई और मामला अब सामने आया है। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें सेना का अधिकारी कर्मचारी को पीटता दिखाई दे रहा है। अधिकारी के खिलाफ स्थानीय पुलिस में एक एफआईआर दर्ज की गई है और नागर विमानन नियमों के अनुसार यात्री को ‘नो-फ्लाई’ सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यह घटना तब हुई जब यात्री से अतिरिक्त सामान (एक्स्ट्रा लगेज) के लिए भुगतान करने को कहा गया। सोशल मीडिया पर साझा किए गए घटना के वीडियो में यात्री को कर्मचारियों पर हमला करते हुए और उनमें से एक पर हवाई अड्डे पर रखे जाने वाले स्टैंड से हमला करते हुए दिखाया गया है। तीनों को अस्पताल ले जाया गया और उनका इलाज चल रहा है। स्पाइसजेट ने बयान में कहा, “26 जुलाई, 2025 को श्रीनगर से दिल्ली जाने वाली उड़ान संख्या एसजी-386 के बोर्डिंग गेट पर एक यात्री ने स्पाइसजेट के चार कर्मचारियों पर गंभीर हमला किया। घूंसे, बार-बार लात मारने और कतार में रखे जाने वाले स्टैंड से हमला किए जाने से हमारे एक कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी टूट गई और जबड़े में गंभीर चोटें आईं।”
एयरलाइन के अनुसार, एक कर्मचारी बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा, लेकिन यात्री उसे लात-घूंसों से मारता रहा। एक अन्य कर्मचारी के जबड़े पर जोरदार लात लगने से उसकी नाक और मुंह से खून बहने लगा, जब वह बेहोश हुए अपने सहकर्मी की मदद के लिए नीचे झुका था। स्पाइसजेट ने कहा कि यात्री, जो एक वरिष्ठ सेना अधिकारी है, अपने साथ दो केबिन बैगेज लेकर आया था, जिनका कुल वजन 16 किलोग्राम था, जो तय लिमिट सात किलोग्राम से दोगुने से भी अधिक था।
बयान में कहा गया है, ”जब यात्री को विनम्रतापूर्वक अतिरिक्त सामान के बारे में बताया गया और लागू शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा गया, तो उसने इनकार कर दिया और बोर्डिंग प्रक्रिया पूरी किए बिना ही जबरदस्ती एयरोब्रिज में प्रवेश कर गया – जो विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल का स्पष्ट उल्लंघन है। सीआईएसएफ के एक अधिकारी ने उसे वापस गेट तक पहुंचाया।” एयरलाइन ने कहा कि गेट पर यात्री का व्यवहार और भी आक्रामक हो गया। यह तुरंत पता नहीं चल सका कि घटना के बाद यात्री को हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था या नहीं।
अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज
स्थानीय पुलिस में एक एफआईआर दर्ज की गई है और एयरलाइन ने नागरिक उड्डयन नियमों के अनुसार यात्री को नो-फ्लाई सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अलावा, एयरलाइन कंपनी ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखकर कर्मचारियों पर हुए जानलेवा हमले की जानकारी देकर यात्री के खिलाफ उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है। एयरलाइंस ने कहा कि उसने घटना का सीसीटीवी फुटेज हासिल करके पुलिस को सौंप दिया है और वह इस मामले की पूरी कानूनी जांच पर जोर देगी। सेना ने अभी तक इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।