शेख हसीना की पार्टी बांग्लादेश में धीरे-धीरे एक्टिव हो रही है
शेख हसीना के तख्तापलट के एक साल बाद बांग्लादेश में आवामी लीग के कार्यकर्ता फिर से सक्रिय होने लगे हैं. वो भी ऐसे वक्त में, जब बांग्लादेश में आम चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस ने हाल ही में कहा था कि आवामी लीग के लोग भी चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि, यह फैसला चुनाव आयोग को लेना है.
5 अगस्त 2024 को भारी विरोध की वजह से शेख हसीना ने बांग्लादेश की सत्ता छोड़ दी. हसीना उस वक्त स्पेशल प्लेन से भारत आ गईं. तब से हसीना भारत में ही रह रही हैं.
कैसे एक्टिव हो रही हसीना की पार्टी?
1. टेलीग्राम पर मॉनिटरिंग- आवामी लीग के बड़े नेता, जो बांग्लादेश से फरार हैं, वो टेलीग्राम के जरिए बांग्लादेश में अपने कार्यकर्ताओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. टेलीग्राम और फेसबुक पर आवामी लीग काफी ज्यादा सक्रिय है.
आवामी लीग के टेलीग्राम पर जिलेवार ग्रुप है, जहां कार्यकर्ताओं से सीधी बातचीत की जाती है. टेलीग्राम पर आवामी लीग के मेन अकाउंट पर करीब 1 लाख फॉलोअर्स हैं. इस अकाउंट से यूनुस और कट्टरपंथियों पर हर दिन कम से कम 2 पोस्ट किए जा रहे हैं.
अकाउंट की मॉनिटरिंग ब्रिटेन से की जा रही है. यहीं पर पिछले दिनों आवामी लीग की सरकार में मंत्री रहे 4 बड़े नेताओं ने बैठक की थी. इस बैठक के बाद यूनुस की सरकार हरकत में आ गई थी.
2. हसीना वीडियो से बात करती हैं- निर्वासित जीवन जी रहीं बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना वर्चुअल तरीके से अपने कार्यकर्ताओं से बात करती हैं. अप्रैल 2024 में सार्वजनिक तौर पर बताया था कि वे बांग्लादेश में अपने लोगों से बात कर रही हैं. उन्होंने इस बातचीत में बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर यूनुस को चेतावनी भी दी थी.
शेख हसीना का कहना था कि बांग्लादेश में यौन उत्पीड़न के केस बढ़ रहे हैं. यूनुस की सरकार इसे रोकने की बजाय दबाने में जुटी हुई है. वहीं बीबीसी बांग्ला को दिए एक इंटरव्यू में यूनुस का कहना था कि वो रोज अपने कार्यकर्ताओं से बात करती हैं.
यूनुस के मुताबिक अगर शेख हसीना शांत रहती तो हम उन्हें भूल जाते, लेकिन उनकी भाषा अभी भी खराब है. बांग्लादेश के स्थानीय मीडिया के मुताबिक जांच एजेंसी ने हसीना के कई वीडियो को अपने पास सुरक्षित रखा है, जिसमें वे कार्यकर्ताओं से बात कर रही हैं.
3. ग्राउंड पर सीक्रेट बैठक- आवामी लीग के कार्यकर्ता ग्राउंड पर सीक्रेट बैठक करते हैं. यह बैठक बंद कमरे में होती है. प्रथम आलो के मुताबिक गुरुवार (31 जुलाई) को ऐसे ही एक बैठक के बारे में पुलिस को जानकारी मिली. ढाका में हो रही इस बैठक में आवामी लीग के 22 युवा कार्यकर्ता थे. सभी 22 को गिरफ्तार कर लिया गया है.
ह्यूमन राइट्स कमीशन के मुताबिक पिछले एक साल में सक्रिय भूमिका निभाने की वजह से आवामी लीग के 96 हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. करीब 16 हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
4. जहां गढ़, वहां विरोध प्रदर्शन- जिन जगहों पर आवामी लीग के कार्यकर्ताओं की संख्या ज्यादा है. वहां कार्यकर्ता खुलकर शक्ति प्रदर्शन भी कर रहे हैं. 16 जुलाई को गोपालगंज में आवामी लीग के वर्कर्स ने नाहिद इस्लाम की पार्टी पर अटैक किया था.
बांग्लादेश पुलिस के मुताबिक इस अटैक में 6 लोगों की मौत हो गई थी. आवामी लीग के समर्थकों ने पुलिस की गाड़ी भी फूंक दी थी.