India GDP projections: देश की इकोनॉमी को लेकर फिच रेटिंग्स ने नया अनुमान लगाया है। रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अनुमान को घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया।
India GDP Projections: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर टैरिफ लगाए जाने के बाद अब देश की इकोनॉमी को लेकर फिच रेटिंग्स ने नया अनुमान लगाया है। फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अनुमान को घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया। इससे पहले फिच ने अप्रैल में भारत की जीडीपी वृद्धि 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
क्या कहा फिच रेटिंग्स ने ?
फिच ने ‘इंडिया कॉरपोरेट क्रेडिट ट्रेंड्स’ रिपोर्ट में कहा-हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान भारत की जीडीपी वृद्धि 6.3 प्रतिशत रहेगी। इंफ्रास्ट्रक्चर पर मजबूत खर्च के चलते सीमेंट और निर्माण सामग्री, बिजली, पेट्रोलियम उत्पाद, इस्पात और इंजीनियरिंग एवं निर्माण (ईएंडसी) कंपनियों की अच्छी मांग को बल मिलेगा। फिच रेटिंग्स को उम्मीद है कि मार्च 2026 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में उसकी रेटिंग वाली भारतीय कंपनियों के ऋण मानकों में सुधार होगा, क्योंकि व्यापक एबिटा मार्जिन उनके उच्च पूंजीगत व्यय को संतुलित कर देगा।
टैरिफ के प्रभाव पर फिच का अनुमान
अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव पर फिच ने कहा कि उसे अपनी रेटिंग वाली भारतीय कंपनियों पर इस फैसले से सीमित प्रत्यक्ष प्रभाव की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि कुछ मामलों में अतिरिक्त आपूर्ति से दूसरे स्तर के रिस्क पैदा हो सकते हैं। फिच ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौता भी अंतिम परिणाम को प्रभावित कर सकता है, और कंपनियां निर्यात में विविधता लाकर शुल्क के प्रभाव को कम करने की कोशिश कर सकती हैं।
एसबीआई रिसर्च का अनुमान
अमेरिका में भारतीय निर्यात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने का असर भारत की तुलना में अमेरिका पर कहीं ज्यादा पड़ेगा और उसके जीडीपी में गिरावट आने के साथ डॉलर भी कमजोर हो सकता है। एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 30 जुलाई को घोषणा की थी कि भारत से आने वाली सभी वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा। इसके अलावा रूस से कच्चे तेल और रक्षा उपकरणों की खरीद करने की वजह से भारतीय उत्पादों पर अलग से जुर्माना भी लगाया गया है।