इजराइल का अलर्ट
इजराइल ने अरब वर्ल्ड के सबसे सुरक्षित देश संयुक्त अरब अमीरात में आतंकी हमले को लेकर चेतावानी जारी की है. इजराइल का कहना है कि ईरान से जंग के बाद यूएई में रहने वाले उनके लोग खतरे में आ गए हैं. वहां पर ईरान समर्थित आतंकी समूह ताबड़तोड़ हमले कर उनके लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इजराइल ने यहां पर अपने लोगों को न जाने और जो गए हैं, उन्हें तुरंत सुरक्षित ठिकानों पर चले जाने की सलाह दी है.
अलजजीरा के मुताबिक इजराइल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने अपने एक आदेश में कहा है कि आतंकी बौखला कर यूएई में हमला कर सकते हैं. इससे सबसे ज्यादा नुकसान यूएई में रह रहे यहूदी समुदाय को हो सकता है.
इजराइल ने अपने आदेश में क्या कहा है?
इजराइल ने अपने आदेश में कहा है कि पूर्व की घटनाओं से सबक लेते हुए हम अपने नागरिकों से कहना चाहते हैं कि वे यूएई की यात्रा न करें. आदेश में आगे कहा गया है कि ईरान समर्थित समहू ऑपरेशन राइजिंग लॉयन और गाजा में हमले से बौखलाए हुए हैं. वो आसानी से यूएई में आपको निशाना बना सकते हैं.
इजराइल सुरक्षा परिषद के मुताबिक ईरान समर्थित समूह छुट्टियों का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही यहूदी लोग छुट्टियों में घूमने के लिए यूएई में जाएंगे. वैसे ही उन पर हमला किया जाएगा. न तो यूएई और न ही ईरान की तरफ से इस पर कोई बयान नहीं आया है.
बड़ा सवाल- रडार में UAE के यहूदी क्यों?
अमेरिका के कहने पर साल 2020 में संयुक्त अरब अमीरात अब्राहम समझौते पर हस्ताक्षर कर चुका है. इस समझौते पर हस्ताक्षर की वजह से यूएई और इजराइल के बीच रिश्ते सामान्य हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक यूएई में करीब 10 हजार यहूदी रहते हैं. वहीं हर साल करीब 2 लाख यहूदी यूएई में घूमने के लिए जाते हैं.
अरब कंट्री का यूएई ही एकमात्र देश है, जहां पर इजराइल के बाद सबसे ज्यादा यहूदी रहते हैं. इजराइल में यहूदियों को निशाना बनाना आसान नहीं है. ऐसे में कहा जा रहा है कि यूएई में आसानी से ईरान समर्थित चरमपंथी यहूदियों को निशाना बना सकते हैं.