इस नए टैरिफ स्ट्रक्चर में भारत से अमेरिका जाने वाले सामान पर 25% का शुल्क लगाया गया है। पाकिस्तान से आने वाले सामान पर 19% का शुल्क लगेगा। बांग्लादेश और वियतनाम दोनों के सामान पर 20-20% शुल्क लगाया जाएगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए एक कार्यकारी आदेश (एग्जीक्यूटिव ऑर्डर) पर हस्ताक्षर किए। इस आदेश के तहत अमेरिका में आयात होने वाले सामान पर नए आयात शुल्क (टैरिफ) लगाए गए हैं। ये शुल्क अलग-अलग देशों के लिए 10% से लेकर 41% तक हैं।
भारत और ताइवान पर सीधा असर
इस नए टैरिफ स्ट्रक्चर में भारत से अमेरिका जाने वाले सामान पर 25% का शुल्क लगाया गया है। ताइवान से आने वाले सामान पर यह शुल्क 20% है। दक्षिण अफ्रीका के सामान पर शुल्क की दर 30% रखी गई है।
कनाडा के लिए अलग आदेश और छूट
ट्रंप ने कनाडा को लेकर एक अलग आदेश भी जारी किया। इसमें कनाडा पर लगने वाला शुल्क 25% से बढ़ाकर 35% कर दिया गया है। यह बढ़ा हुआ शुल्क 1 अगस्त से लागू होगा। हालांकि, एक महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्रंप के पहले कार्यकाल में हुए अमेरिका-मैक्सिको-कनाडा मुक्त व्यापार समझौते (यूएसएमसीए) के तहत आने वाले सामान पर यह बढ़ा हुआ शुल्क नहीं लगेगा।
पाकिस्तान, बांग्लादेश, वियतनाम और अन्य देश भी प्रभावित
अपडेटेड शुल्क सूची के मुताबिक, पाकिस्तान से आने वाले सामान पर 19% का शुल्क लगेगा। बांग्लादेश और वियतनाम दोनों के सामान पर 20-20% शुल्क लगाया जाएगा। कई अन्य देश भी इसकी चपेट में आएंगे। कैमरून, चाड, इजराइल, तुर्की, वेनेजुएला और लेसोथो जैसे देशों के सामान पर 15% शुल्क तय किया गया है। स्विट्जरलैंड पर सबसे ज्यादा 39% का शुल्क लगेगा।
न्यूनतम शुल्क दर 10% ही रखी गई
व्हाइट हाउस की गुरुवार को जारी एक अलग बयान के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने वैश्विक स्तर पर न्यूनतम आयात शुल्क दर 10% ही रखने का फैसला किया है। पहले सुझाव थे कि इसे बढ़ाकर 15% या उससे अधिक किया जा सकता है, लेकिन ट्रंप ने ऐसा नहीं किया।
अन्य व्यापारिक साझेदारों की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं
व्हाइट हाउस ने कुछ अन्य व्यापारिक साझेदार देशों के लिए भी शुल्क दरों की एक सूची जारी की है, जिनके साथ 1 अगस्त की उनकी समय सीमा तक व्यापारिक समझौते पूरी तरह से अंतिम नहीं हो पाए थे। यह अभी पूरी तरह साफ नहीं है कि कितने देशों को न्यूनतम ‘पारस्परिक’ शुल्क दर (10%) मिलेगी और कितनों पर ऊंचे शुल्क लगेंगे।
ट्रंप ने दिए नए शुल्कों के पीछे कारण
इन नए शुल्कों को लागू करने के पीछे तर्क देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने खुफिया जानकारी और वरिष्ठ अधिकारियों की सिफारिशों के आधार पर यह कदम उठाया है। उन्होंने दो मुख्य कारण बताए, पहला, “हमारे द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों में पारस्परिकता (रिसिप्रोसिटी) की निरंतर कमी” और दूसरा, विदेशी टैरिफ (शुल्क) और गैर-टैरिफ बाधाओं का आर्थिक प्रभाव।
ट्रंप ने कहा कि कुछ व्यापारिक साझेदारों ने ऐसे प्रस्ताव दिए हैं जो उनकी नजर में व्यापारिक असंतुलन को पर्याप्त रूप से दूर नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ अन्य देशों ने अमेरिका के साथ आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर तालमेल बैठाने के लिए पर्याप्त कदम उठाने या बातचीत में शामिल होने में “विफलता दिखाई है।”