NSE Q1 Result: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जून की तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,924 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 14 प्रतिशत अधिक है।
NSE Q1 Result: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,924 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 14 प्रतिशत अधिक है। देश के बड़े शेयर बाजार ने पिछले साल की समान तिमाही में 2,567 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। बता दें कि एनएसई का आईपीओ जल्द ही लॉन्च होने वाला है। इस आईपीओ को सेबी की मंजूरी का इंतजार है। बीते दिनों सेबी की ओर से मंजूरी के संकेत भी दिए गए थे। हालांकि, अब तक हरी झंडी नहीं मिली है।
कुल आय में गिरावट
एनएसई ने कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की अप्रैल-जून, 2025 की तिमाही में अनुषंगी/ सहयोगी इकाइयों में निवेश की बिक्री, आयकर रिफंड और सेबी सैटलमेंट चार्ज से प्राप्त लाभ को छोड़कर उसका सामान्यीकृत नेट प्रॉफिट 3,683 करोड़ रुपये रहा।
इस तिमाही में एक्सचेंज की कुल आय तीन प्रतिशत घटकर 4,798 करोड़ रुपये रह गई, जबकि वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में यह 4,950 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में इसका कुल व्यय सालाना आधार पर 31 प्रतिशत घटकर 1,053 करोड़ रुपये रह गया। पिछली तिमाही में एनएसई का सरकारी खजाने में कुल योगदान 14,331 करोड़ रुपये रहा।
आईपीओ पर सेबी चेयरमैन ने क्या कहा था
बीते दिनों बाजार नियामक सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने एनएसई के आईपीओ की मंजूरी के संकेत दिए थे। हालांकि, सेबी प्रमुख ने बहुप्रतीक्षित आईपीओ के दिवाली से पहले आने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कोई समयसीमा साझा करने से इनकार कर दिया। पांडेय ने दोहराया कि सेबी शेयर बाजारों द्वारा समाशोधन निगम का स्वामित्व रखने से सहमत है और यह स्वामित्व एनएसई के आईपीओ की दौड़ में बाधा नहीं है।
उन्होंने बताया कि समाशोधन निगम के स्वामित्व के मामले में हर देश के अपने मॉडल होते हैं। अमेरिका में ब्रोकर इसके मालिक हैं जबकि भारत में वे अलग-अलग इकाई के रूप में काम करते हैं। मार्च में सेबी प्रमुख का पदभार संभालने वाले पांडेय ने तब बताया था कि एनएसई कुछ कानूनी प्रक्रियाओं को निपटाने की प्रक्रिया में है, जिसमें कुछ राशि का भुगतान करना और कुछ मामलों को वापस लेना शामिल है।