संसद के मानसून सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश स्थित नगीना लोकसभा क्षेत्र के सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता चंद्रशेखर आजाद ने सरकार से बड़ी मांग की है. लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए आजाद ने सरकार से मांग की है कि चमार रेजिमेंट को बहाल किया जाए. गुर्जर, यादव रेजिमेंट बनाए जाएं. देश का जो किसान और कमेरा वर्ग है, उसमें देशभक्ति का जज्बा बहुत है. अगर इनको मौका मिलेगा तो पाकिस्तान छोड़िए, चीन भी हमारी ओर आंख उठाने को नहीं सोचेगा.
सांसद ने सरकार से मांग की है कि सैन्य और अर्धसैन्य बलों में काम करने वालों की सैलरी को कर मुक्त किया जाए. ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान नगीना सांसद ने कहा कि क्या सरकार यह मानती है कि टीआरएफ द्वारा हिन्दू पर्यटकों को निशाना बनाना, भारत में सांप्रदायिक द्वेष को बढ़ावा देने की कोशिश थी? अगर हां तो इसको रोकने के लिए सरकार ने क्या रणनीति बनाई? पाकिस्तान को आईएमएफ द्वारा आर्थिक सहायता मिलने के सवाल पर नगीना सांसद ने पूछा कि क्या सरकार ने इसको लेकर वैश्विक संस्थाओं के समक्ष कोई सवाल उठाया?
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नगीना सांसद ने लगाए ये आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की कूटनीतिक विफलता दिखी. सांसद ने पूछा कि क्या सरकार ये मानती है कि पहलगाम का आतंकी हमला खुफिया तंत्रों का फेल्योर है? अगर हां तो उसके लिए क्या रणनीति बनाई गई और किसकी जिम्मेदारी है? उन्होंने कहा कि सरकार के लोग सम्मान की बात करते हैं. पहलगाम हमले के बाद सेना के जवान अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा ड्यूटी में जा रहे थे लेकिन उन्हें इतनी खराब ट्रेन दी गई कि जवानों ने जाने से इनकार कर दिया. बाद में चार दिन बाद नई ट्रेन दी गई.
कर्नल सोफिया कुरैशी के लिए बीजेपी नेता की टिप्पणी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमें इस पर ध्यान देना चाहिए कि सरकार की भाषा कैसी है.