पिछले महीने ईरान के सुप्रीम लीडर के करीबी माने जाने वाले अली शादमानी की ख़तम अल-अनबिया बेस पर हुए हमले में मौत हो गई थी. इजराइल ने दावा किया था कि उसने तेहरान में हवाई हमले के दौरान ईरान के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी अली शादमानी को मार गिराया है. अली शादमानी की मौत की पुष्टि ईरान की ओर से भी बाद में कर दी गई थी, इसमें भी शादमानी की मौत का कारण हवाई हमला बताया गया था. लेकिन अब शादमानी की बेटी ने नया खुलासा किया है और सेना के बयान पर भी सवाल खड़े किए हैं.
खतम अल-अंबिया केंद्रीय मुख्यालय के पूर्व कमांडर अली शादमानी की बेटी ने कहा कि उनके पिता की हत्या इजराइल की टारगेट किलिंग की गई है. उनकी इस टिप्पणी पर सोशल मीडिया पर व्यापक प्रतिक्रिया आ रही हैं. महदीह शादमानी ने एक शोक समारोह में कहा, “कई लोग सोचते हैं कि मेरे पिता एक आकस्मिक हवाई हमले में शहीद हो गए, लेकिन ऐसा नहीं था.”
कैसे हुई थी शादमानी की मौत?
ईरानी अधिकारियों के बयान के मुताबिक ख़तम अल-अंबिया मुख्यालय ने अपने कमांडर अली शादमानी की मौत पर एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि उनकी मौत इजराइली बमबारी में लगी गंभीर चोटों के कारण हुई थी. यह बयान उनकी मौत के एक हफ़्ते बाद जारी किया गया था.
वहीं इजराइली सेना ने कहा कि उसने मध्य तेहरान स्थित एक कमांड पोस्ट पर अली शादमानी को मार गिराया है. इजराइली सैन्य बयानों में कहा गया है कि वायु सेना ने सटीक और नई खोजी गई जानकारी का, पल-पल और अचानक मिले अवसर का फायदा उठाते हुए उसे मार गिराया. लेकिन उनकी बेटी अब महदीह शादमानी का कहना है कि उनके पिता की इजरायली ‘लक्षित हत्या’ में हुई थी.
“मोबाइल फोन या स्मार्ट डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करते थे शादमानी”
शादमानी की बेटी ने कहा कि उन्होंने अपने पिता का शव देखा और पाया कि उनके चेहरे पर चोटें थीं और उनके शरीर के एक तरफ सबसे ज्यादा चोट थी. शादमानी की बेटी ने पहले भी कुछ अधिकारियों की ओर से कई कमांडरों द्वारा मोबाइल फोन और व्हाट्सएप का इस्तेमाल करने की बात की आलोचना करते हुए कहा था, “उनके पिता के पास मोबाइल फोन या स्मार्ट डिवाइस नहीं थे.” इस वजह से उनकी बेटी मान रही है कि इजराइल को उनकी लोकेशन की जानकारी नहीं थी, जो हवाई हमला में उन्हें निशाना बनाया जाता.