निवेशक इस इश्यू में 7 अगस्त तक दांव लगा सकते हैं। इसका प्राइस बैंड 70 रुपये तय किया है। ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर अभी से ही ₹25 पर प्रीमियम पर है। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयर 35.71% का लिस्टिंग मुनाफा करा सकता है।
Highway Infrastructure IPO: अगर आप किसी आईपीओ में दांव लगाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए काम की खबर है। आने वाले दिनों में एक से बढ़कर एक आईपीओ निवेश के लिए ओपन होंगे। इनमें से एक हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर का आईपीओ है। मध्य प्रदेश स्थित टोलवे ऑपरेटर और ईपीसी इन्फ्रा सर्विस प्रोवाइडर हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 5 अगस्त को ओपन होगा। निवेशक इस इश्यू में 7 अगस्त तक दांव लगा सकते हैं। इसका प्राइस बैंड 70 रुपये तय किया है। ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर अभी से ही ₹25 पर प्रीमियम पर है। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयर 35.71% का लिस्टिंग मुनाफा करा सकता है।
क्या है डिटेल
एंकर बुक 4 अगस्त को संस्थागत निवेशकों के लिए खोली जाएगी और पब्लिक सेक्टर 7 अगस्त को सभी निवेशकों के लिए बंद हो जाएगा, जिसके बाद 8 अगस्त को आईपीओ शेयर आवंटन को फाइनल रूप दिया जाएगा। कंपनी के शेयर 12 अगस्त से शेयर बाजारों में कारोबार के लिए उपलब्ध होंगे। यह आईपीओ 97.5 करोड़ रुपये मूल्य के नए इक्विटी शेयरों के इश्यू और प्रमोटर्स अरुण कुमार जैन तथा अनूप अग्रवाल द्वारा 46.4 लाख शेयरों की बिक्री पेशकश का एक संयोजन है।
कंपनी का कारोबार
टोलवे कलेक्शन, ईपीसी इन्फ्रा और रियल एस्टेट व्यवसायों में कार्यरत यह इंफ्रा विकास एवं मैनेजमेंट कंपनी, नए इश्यू फंड में से 65 करोड़ रुपये का उपयोग कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के लिए और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। मई 2025 तक, हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर की समेकित ऑर्डर बुक 666.3 करोड़ रुपये थी, जिसमें टोलवे कलेक्शन कारोबार में 59.5 करोड़ रुपये और ईपीसी इन्फ्रा सेगमेंट में 606.8 करोड़ रुपये शामिल थे। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की कुल आय में टोलवे संग्रह कारोबार का योगदान 77 प्रतिशत तथा ईपीसी इंफ्रा सेगमेंट का योगदान 21 प्रतिशत रहा, जबकि बाकी कारोबार रियल एस्टेट खंड का रहा।
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की कुल आय में टोलवे संग्रह कारोबार का योगदान 77 प्रतिशत तथा ईपीसी इंफ्रा सेगमेंट का योगदान 21 प्रतिशत रहा, जबकि बाकी कारोबार रियल एस्टेट खंड का रहा।परिचालन स्तर पर, वित्त वर्ष 2025 में EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) 13.1 प्रतिशत बढ़कर 31.3 करोड़ रुपये हो गई और वित्त वर्ष 2024 की तुलना में मार्जिन 152 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 6.32 प्रतिशत हो गया। हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर आईपीओ को संभालने वाला मर्चेंट बैंकर पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स है।