चीन का बारिश से हाल हुआ बेहाल.
चीन की राजधानी बीजिंग में बीते शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश के बाद हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं. मौसम विभाग ने शहर के 16 में से 10 जिलों के लिए भूस्खलन और मलबा गिरने की चेतावनी जारी की है. साथ ही पहाड़ी इलाकों में अचानक बाढ़ आने की आशंका भी जताई गई है.
ये चेतावनी सिर्फ एक अनुमान नहीं बल्कि बीते सालों के अनुभव और ताजा हालात के आधार पर दी गई है. पिछले कुछ वर्षों में उत्तरी चीन में बारिश के नए रिकॉर्ड बने हैं और इस बार भी स्थिति कुछ वैसी नजर आ रही है.
सालभर की बारिश एक दिन में
बीजिंग से सटे औद्योगिक शहर बाओडिंग में हालात और भी चिंताजनक हैं. यहां सिर्फ 24 घंटे में करीब 448.7 मिमी बारिश दर्ज की गई जो इस इलाके में लगभग पूरे साल में होने वाली बारिश के बराबर है. पश्चिमी बाओडिंग के यी इलाके में तेज बारिश के कारण अचानक बाढ़ आई, जिससे बिजली गुल हो गई और कई सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए. कुछ गांवों में तो हालात इतने खराब हैं कि प्रशासन को लगभग 19,500 लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर भेजना पड़ा.
2023 के तूफान जैसी स्थिति
मौसम विभाग के मुताबिक ये बारिश कुछ-कुछ वैसी ही है जैसी 2023 में एक शक्तिशाली तूफान के दौरान बीजिंग में हुई थी. उस समय राजधानी में 140 साल का रिकॉर्ड टूट गया था. हाल के हालात को देखकर प्रशासन ने कमर कस ली है और भारी राहत सामग्री भेजी जा रही है. केंद्रीय सरकार ने 23,000 राहत किट, जिनमें कंबल और आपातकालीन सामान शामिल हैं. उत्तर चीन के प्रभावित इलाकों में भेजी हैं.
चीन में लगातार तेज होती बारिश सिर्फ बीजिंग या बाओडिंग की कहानी नहीं है, बल्कि ये पूरा देश एक बड़े मौसमी तूफान की गिरफ्त में हैं. बारिश इतनी विकराल हो चुकी है कि चीन की पुरानी और जर्जर बाढ़ सुरक्षा व्यवस्था अब चुनौती के सामने खड़ी हो गई है. सरकार को डर है कि अगर हालात बिगड़े, तो लाखों लोग बेघर हो सकते हैं, और 280 लाख करोड़ की कृषि अर्थव्यवस्था भी बर्बाद हो सकती है.
जलवायु परिवर्तन की भी छाया?
वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते चीन के उत्तरी और आमतौर पर सूखे इलाकों में भी अब भारी बारिश की घटनाएं बढ़ रही हैं. 2023 में हेबेई प्रांत में सामान्य से 26% ज्यादा बारिश हुई थी. यही ट्रेंड अब भी जारी दिख रहा है, जिससे वहां की बड़ी आबादी बाढ़ और भू-स्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में आ सकती है.
बीजिंग प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, खासकर पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोग. जहां पानी भर चुका है, वहां बचाव दल तैनात हैं और लगातार निगरानी हो रही है. जिन इलाकों में भू-स्खलन की संभावना है, वहां पहले से ही चेतावनी जारी कर दी गई है.