संयुक्त राष्ट्र संघ.
थाईलैंड-कंबोडिया के बीच दो दिनों से चल रही जंग का मुद्दा अब UNSC में उठेगा. आज रात साढ़े 12 बजे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है. ऐसा कंबोडिया के कहने पर किया गया है. दरअसल कंबोडिया ने UNSC की इमरजेंसी बैठक बुलाने के लिए पाकिस्तान से मदद मांगी थी. अब उनकी मांग मान ली गई है.
भारत से 5 हजार किमी दूर स्थित कंबोडिया और थाईलैंड एक दूसरे के खिलाफ जंग में उतर चुके हैं. दोनों देशों की ओर से लगातार हमले जारी है. कंबोडिया की ओर से दावा किया जा रहा है कि थाईलैंड ने उस पर क्लस्टर बम दागा है और F-16 फाइटर जेट से लगातार बमबारी की है. इन आरोपों के साथ ही कंबोडिया ने पाकिस्तान से मदद मांगी और यूएनएससी की इमरजेंसी बैठक बुलाने की मांग की.
कंबोडिया ने क्यों मांगी पाकिस्तान की मदद?
थाईलैंड की ओर हो रहे हमलों को लेकर कंबोडिया के पीएम हुन मानेट ने पाकिस्तान से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने फेसबुक पोस्ट में नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है, और ये कहा है कि कंबोडिया हमेशा मसले शांति से ही सुलझाता है. इसी पोस्ट में उन्होंने पाकिस्तान से मदद मांगी है और यूएनएससी से इमरजेंसी मीटिंग बुलाने का आग्रह किया है. दरअसल वर्तमान में पाकिस्तान ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है. रोटेशन पॉलिसी के तहत हर देश को एक माह तक इस परिषद का अध्यक्ष बनने का मौका मिलता है. इसीलिए पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद को ये अधिकार है कि वह किसी भी मसले पर परिषद की इमरजेंसी बैठक बुला सकते हैं.
हमारे पास कोई विकल्प नहीं था
कंबोडिया के पीएम हुन मानेट ने फेसबुक पोस्ट में ये भी कहा है कि थाईलैंड के अचानक हमला करने की वजह से उनके पास कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि कंबोडिया हमेशा शांतिपूर्ण तरीके से विवाद सुलझाने में विश्वास रखता है, मगर हमारे ऊपर अगर सशस्त्र आक्रमण होगा तो जवाब देना हमारी मजबूरी बन जाता है. उन्होंने लोगों ने बॉर्डर इलाका खाली करने के लिए भी कहा है. उन्होंने लिखा है कि बॉर्डर इलाका छोड़ दीजिए, क्योंकि हम जंग में हैं. बाकी इलाकों में सामान्य तौर पर अपनी गतिविधियां जारी रखें.