कैंडेस ओवन्स ने मैक्रों की पत्नी को लेकर किया आपत्तिजनक दावा
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट मैक्रों पर हाल ही में एक अमेरिकी महिला पत्रकार ने बेहद आपत्तिजनक और हैरान करने वाला दावा किया कि ब्रिजिट असल में एक पुरुष हैं. इस दावे ने दुनियाभर में हड़कंप मचा दिया. इस विवाद के केंद्र में हैं कैंडेस ओवन्स. एक दक्षिणपंथी प्रभावशाली पर्सानालिटी और पॉडकास्टर.
उन्होंने “Becoming Brigitte” नाम से एक पॉडकास्ट सीरीज लॉन्च की, जिसमें दावा किया गया कि ब्रिजिट का असली नाम जीन-मिशेल है और उन्होंने जेंडर ट्रांजिशन करवाया. इतना ही नहीं, उन्होंने ये तक कह डाला कि मैक्रों दंपत्ति खून के रिश्तेदार हैं. अब मैक्रों दंपत्ति ने अमेरिकी कोर्ट में इस पत्रकार के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है. कैंडेस ओवन्स का कहना है कि ये मुकदमा उनके खिलाफ बुलीइंग है और ये अमरीका की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है.तो आखिर कौन है कैंडेस ओवन्स और क्यों ये महिला बार बार अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में रहती है. चलिए जानते हैं.
पत्रकार कम, विवादों की ब्रांड एंबेसडर ज्यादा
कैंडेस ओवन्स एक अफ्रीकी-अमेरिकी पोडकास्टर और राजनीतिक टिप्पणीकार हैं. 1989 में जन्मी ओवन्स ने पत्रकारिता की पढ़ाई शुरू तो की, लेकिन कॉलेज अधूरा छोड़ दिया. शुरुआत में उन्होंने एक वेबसाइट बनाई जिसका मकसद था ऑनलाइन ट्रोल्स को उजागर करना. लेकिन उसी दौरान उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा और फिर उन्होंने अचानक खुद को ‘लिबरल से कंजरवेटिव’ घोषित कर दिया.
कभी ट्रंप का मज़ाक उड़ाया, फिर बनी कट्टर समर्थक
शुरुआत में ओवन्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी तीखे कटाक्ष किए थे. यहां तक कि एक लेख में ट्रंप की शारीरिक बनावट का मजाक भी उड़ाया. लेकिन बाद में उन्होंने ट्रंप के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया और डेमोक्रेटिक पार्टी की जमकर आलोचना की.
BLM और कोविड वैक्सीन तक पर साजिशों के दावे
कैंडेस ओवन्स ने Black Lives Matter आंदोलन को झूठ कहा और एक डॉक्यूमेंट्री बनाई- The Greatest Lie Ever Sold. इसमें उन्होंने जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को ड्रग ओवरडोज बताया, ना कि पुलिस की बर्बरता. कोविड महामारी के दौरान उन्होंने वैक्सीन को लेकर भी कई साजिशें फैलाईं, बिल गेट्स को ‘वैक्सीन अपराधी’ तक कहा. ओवन्स को पिछले साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में घुसने से रोका गया था. वजह बनीं थी उनके यहूदी विरोधी बयान. वहां की सरकारों ने कहा कि उनकी टिप्पणियां हर दिशा में नफरत और बिखराव फैलाने वाली हैं.