मराठी-गैर मराठी भाषा विवाद को शांत कराने के लिए गैर मराठियों को नसीहत देते हुए उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि ऐसे लोगों को विनम्रता से कहना चाहिए कि मराठी नहीं आती है लेकिन सीखने की कोशिश कर रहे हैं। इससे विवाद नहीं बढ़ेगा।
मराठी बनाम गैर मराठी के भाषा विवाद के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और NCP नेता अजित पवार ने गैर-मराठी लोगों को इस परेशानी से बचने का एक आसान तरीका सुझाया है। उन्होंने कहा, “यहां रहने वाले जो भी लोग मराठी नहीं जानते हैं, उन्हें विनम्रता से कहना चाहिए कि ‘हमें मराठी नहीं आती, हम सीख रहे हैं।’ अगर आप ऐसा कहेंगे, तो कोई समस्या नहीं होगी।” पवार की यह नसीहत राज्य में भाषा विवाद गहराने के बीच आई है। हाल के कुछ हफ्तों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने मराठी नहीं बोलने पर कई गैर मराठी भाषियों से मारपीट की है।
इस बीच, भाषा विवाद की गूंज संसद में भी सुनाई दी, जब महाराष्ट्र की महिला सांसदों ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को उनके “मराठी लोगों को पटक पटक कर मारेंगे” वाले बयान के लिए निशाना बनाया। जब महिला सांसदों ने दुबे के बयान पर उन्हें घेरा और संसद की लॉबी में उनसे इसका मतलब पूछा तो दुबे ने झटपट “जय महाराष्ट्र” बोलकर ना सिर्फ अपना बचाव किया बल्कि वह वहां से निकल भी गए।।
जिस राज्य में रहते हैं, वहां की भाषा का सम्मान कीजिए
बहरहाल, अजित पवार ने कहा, “आप जिस राज्य में रहते हैं, उसकी भाषा का सम्मान किया जाना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “महाराष्ट्र से लेकर जम्मू-कश्मीर तक, सभी को अपनी मातृभाषा पर गर्व होना चाहिए… लेकिन आजकल भाषा के नाम पर जो हो रहा है, वह खतरनाक है।” पवार ने कहा, “कभी-कभी ऐसा होता है कि कुछ लोग रिएक्शन में कुए ऐसा कर जाते हैं जो गुस्सा दिलाता है। लोग भड़क जाते हैं…लेकिन यह सही तरीका नहीं है। आप जहां काम करते हैं… वहां के लोगों का क्या कहना है, उनकी सोच क्या है, आपको कभी-कभी इन सबके बारे में सोचना चाहिए। और सभी को एक साथ खुशी से रहना चाहिए।”
हाल ही में भाषा विवाद ने आक्रामक रुख लिया
बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले कुछ हफ्तों से भाषा विवाद ने आक्रामक रूप अख्तियार कर रखा है। MNS चीफ राज ठाकरे ने भी इस विवाद पर कड़ी टिप्पणी की है और विवाद को बढ़ाने में भूमिका निभाई है। उन्होंने एक कार्यक्रम में मुंबई में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि गैट मराठियों को पीटते वक्त वीडियो मत बनाओ। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ठाकरे की इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि वह बिहार-यूपी आकर दिखाएं, पटक-पटक कर पीटेंगे। दुबे की यह टिप्पणी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की “डुबो-डुबो के मारेंगे” धमकी का जवाब थी।