याह्या सिनवार
इजराइल की खुफिया एजेंसियां और सेना महीनों तक याह्या सिनवार को खोजती रहीं, आखिरकार अक्टूबर 2024 में उसे ढूंढकर मार गिराया गया. उसके बाद याह्या सिनवार की पत्नी समर मुहम्मद अबू जमर इजराइल के रडार पर थी. हालांकि
याह्या सिनवार की पत्नी समर मुहम्मद अबू जमर को लेकर जो खबर सामने आई है, उसने गाजा के लोगों का खून खौला दिया है.
इजराइली मीडिया में दावा किया जा रहा है कि गाजा में आम लोगों के बीच इस खबर को लेकर गुस्सा है. लगातार युद्ध झेल रहे गाजा में लोग साफ पानी और खाना ढूंढ रहे हैं, वहीं हमास के बड़े नेताओं की फैमिली विदेश में ऐश कर रही हैं.
कैसे समर अबू जमर को गाजा से बाहर निकाला गया
रिपोर्ट के मुताबिक, समर अबू ज़मर को हमास नेता फाथी हम्माद की मदद से एक सीक्रेट ऑपरेशन के तहत गाजा से बाहर निकाला गया. उन्हें नकली पासपोर्ट दिया गया और उनके पास भारी मात्रा में नकदी थी. इस ऑपरेशन में मोहम्मद सिनवार की पत्नी नजवा सिनवार भी उनके साथ थीं. बताया गया कि ये दोनों महिलाएं राफा बॉर्डर के रास्ते मिस्र पहुंचीं और वहां से तुर्की चली गईं.
अक्टूबर 7 के हमले के मास्टरमाइंड की हुई थी ऐसी मौत
याह्या सिनवार को अक्टूबर 2023 के इजराइल पर हमास हमलों का मास्टरमाइंड कहा जाता है. उसे अक्टूबर 2024 में इजराइली सेना ने मार गिराया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, जब IDF का एक दस्ता राफा के तल अल-सुल्तान इलाके में पेट्रोलिंग कर रहा था, तभी तीन संदिग्ध हमास लड़ाके दिखे. उनमें से एक बिल्डिंग में घुसा और तभी उस पर टैंक शेल दागे गए. बाद में वही आतंकी याह्या सिनवार निकला. उसका शव खून और मिट्टी में सना हुआ, एक सोफ़े पर पड़ा मिला.
हमास की कथनी-करनी में फर्क?
हमास खुद को फिलिस्तीनी प्रतिरोध का चेहरा बताता है, लेकिन अब उस पर अपने ही लोगों की कुर्बानियों का फायदा उठाकर लीडरशिप को सुरक्षित निकालने का आरोप लग रहा है. इजराइली रिपोर्टों में कहा गया कि हमास की लीडरशिप के परिवार विदेशों में आराम से रह रहे हैं, जबकि आम फिलिस्तीनी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.