उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने किसी का नाम लिए एक विवादित टिप्पणी की है। उनके बयान को जगदीप धनखड़ से जोड़कर देखा जा रहा है।
उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने किसी का नाम लिए एक विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने इशारों में बात करते हुए कहा है- भगोड़ागिरी इनकी पुरानी आदत है। बचपन में स्कूल और बुढ़ापे में देश छोड़कर भाग जाते हैं।’ कन्हैया के इस बयान को जगदीप धनखड़ और संघ से जोड़कर देखा जा रहा है।
कन्हैया ने एक्स पर लिखा, ”भगोड़ागिरी’ इनकी पुरानी आदत है। बचपन में स्कूल छोड़ के भाग गए। जवानी में पत्नी छोड़ के भाग गए। बुढ़ापे में देश छोड़ के भाग जाते हैं। ये संस्कार इन्होंने अपनी ‘संस्था’ से सीखी है, जो आजादी का आंदोलन छोड़ के भाग गए थे।’ माना जा रहा है कि ‘बुढ़ापे में देश छोड़कर भाग जाते हैं’ वाली बात उन्होंने जगदीप धनखड़ पर निशाना साधते हुए कही है। हालांकि, धनखड़ देश छोड़कर नहीं भागे हैं, बल्कि उन्होंने उपराष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी का त्याग किया है। यह भी ध्यान रहे कि धनखड़ संघ की पृष्ठभूमि से नहीं आते हैं।
जगदीप धनखड़ ने सोमवार देर शाम अपना पद त्यागते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजा था। मुर्मू को भेजे इस्तीफे में धनखड़ ने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों की वजह से पद छोड़ रहे हैं। हालांकि, उनके इस्तीफे के बाद से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कांग्रेस पार्टी के भी कई नेताओं ने धनखड़ के इस्तीफे पर हैरानी जाहिर करते हुए कहा कि असली वजह कुछ और हो सकती है।
अशोक गहलोत ने की खड़गे की तारीफ
हाल ही में धनखड़ पर दबाव होने की बात कहने वाले राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर हैरानी जाहिर की तो वहीं उनके कामकाज की तारीफ भी की। गहलोत ने कहा कि धनखड़ राजस्थान के रहने वाले थे, इसलिए राजस्थान को इससे बड़ा धक्का लगा है। उन्होंने कहा कि धनखड़ किसानों की बात करते थे, चाहे वो संसद के अंदर हो चाहे वो बाहर, जब किसान आंदोलन हुआ, तब भी उन्होंने लगातार उनके पक्ष में आवाज उठाई और हाल में कृषि मंत्री को भी उन्होंने खरी-खरी सुनाई थी।