महाराष्ट्र असेंबली में मोबाइल पर रमी खेलने वाले महाराष्ट्र के कृषि मंत्री कोकाटे अब नए विवाद में हैं। उन्होंने मीडिया में बयान दिया कि सरकार खुद भिखारी है।
महाराष्ट्र असेंबली में मोबाइल पर रमी गेम खेलने वाले महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे एक बार फिर विवादों में हैं। अब उन्होंने अपनी पुरानी विवादास्पद टिप्पणी को स्पष्ट करते हुए सरकार को ही ‘भिखारी’ कह दिया। कोकाटे ने कहा, “सरकार किसानों को एक रुपया नहीं देती, बल्कि उनसे लेती है… सरकार खुद भिखारी है।”
उनकी यह टिप्पणी उस वक्त आई जब पत्रकारों ने उनसे किसानों को लेकर की गई पुरानी टिप्पणी पर सवाल किया। इससे पहले कोकाटे ने कहा था, “यहां तक कि भिखारी भी एक रुपये नहीं लेता, लेकिन हम एक रुपये में फसल बीमा दे रहे हैं, फिर भी कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर रहे हैं।”
महाराष्ट्र के लोगों का अपमान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कोकाटे की हालिया टिप्पणी को अनुचित बताया और कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। वहीं, राकांपा (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने इसे महाराष्ट्र के लोगों और पूर्व मुख्यमंत्रियों का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि इस असंवेदनशील बयान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस्तीफे की मांग उठी
इससे पहले ‘रमी गेम’ खेलने के आरोपों पर भी कोकाटे निशाने पर थे। विपक्षी दलों ने उनके इस्तीफे की मांग की और सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किया, जिसमें मंत्री विधानमंडल के दौरान मोबाइल पर ‘जंगली रमी’ गेम खेलते दिख रहे हैं। कोकाटे ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि वह सिर्फ एक गेम को हटाने की कोशिश कर रहे थे जो पॉप-अप के तौर पर आया था। उन्होंने दावा किया कि उन्हें ‘रमी’ खेलना आता ही नहीं और उनका मोबाइल किसी गेम से लिंक नहीं है।
कोकाटे ने इस विवाद को साजिश बताते हुए कहा कि वह उन नेताओं पर मानहानि का मुकदमा करेंगे जिन्होंने अधूरा वीडियो जारी कर उन्हें बदनाम किया। उन्होंने कहा, “अगर वीडियो सही साबित हुआ तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।”
विवादों में घिरे कोकाटे पहले भी विवादास्पद बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं। अप्रैल में उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ किसान सरकारी मदद को शादियों और सगाई में खर्च करते हैं। हालांकि बाद में उन्होंने इस पर खेद जताया और माफी मांगी थी।