बीते एक साल के दौरान वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के शेयर स्टॉक मार्केट में संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी रिटेल निवेशकों का भरोसा वोडाफोन के शेयरों पर कायम है। कंपनी की ताजा शेयरहोल्डिंग के अनुसार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में रिटेल निवेशकों की कुल संख्या 60.24 लाख पहुंच गई है।
बीते एक साल के दौरान वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के शेयर स्टॉक मार्केट में संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी रिटेल निवेशकों का भरोसा वोडाफोन के शेयरों पर कायम है। कंपनी की ताजा शेयरहोल्डिंग के अनुसार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) में रिटेल निवेशकों की कुल संख्या 60.24 लाख पहुंच गई है। इससे पहले मार्च तिमाही में रिटेल निवेशकों की कुल संख्या 50.06 लाख थी।
सरकार की हिस्सेदारी 49% हुई
अप्रैल से जून तिमाही के दौरान सरकार ने वोडाफोन आइडिया का 36000 करोड़ रुपये का बकाया इक्विटी में बदल दिया था। जिसके बाद टेलीकॉम कंपनी में सरकार की कुल हिस्सेदारी 22 प्रतिशत से बढ़कर 49 प्रतिशत बढ़कर हो गई है।
म्यूचुअल फंड्स ने अपनी हिस्सेदारी घटाई
हालांकि, दूसरी तरफ घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने दो तिमाही के दौरान हिस्सेदारी बढ़ाने के बाद अब हिस्सेदारी घटा दी है। जून तिमाही के दौरान म्यूचुअल फंड की कुल हिस्सेदारी जून तिमाही में 3.88 प्रतिशत हो गई है। वहीं, मार्च तिमाही के दौरान यह हिस्सेदारी 4.5 प्रतिशत थी।
विदेशी निवेशक ने भी अपनी हिस्सेदारी घटाई है। मार्च क्वार्टर में एफपीआई की कुल हिस्सेदारी 10.11 प्रतिशत थी। जोकि अब हिस्सेदारी जून तिमाही में घटकर 5.98 प्रतिशत हो गई।
1 महीने में 15% चढ़ा शेयर
बीएसई में वोडाफोन आइडिया का शेयर 7.63 रुपये के लेवल पर खुला था। दिन में कंपनी के शेयरों का भाव 7.58 रुपये के लेवल पर आ गया था। बीते एक महीने के दौरान वोडाफोन आइडिया के शेयरों की कीमतों में 15 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। हालांकि, इसके बाद भी 6 महीने के दौरान कंपनी के शेयरों की कीमतों में 20 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं, 1 साल में यह स्टॉक 52 प्रतिशत टूट चुका है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)