शेख हसीना और मोहम्मद यूनुस.
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को ऑडियो संदेश में यूनुस सरकार पर हमला बोला और बांग्लादेश के लोगों से आह्वान किया कि वे धर्य रखें. अपना समय आएगा और हिसाब लिया जाएगा. बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जिले गोपालगंज में अशांति के बाद शेख हसीना ने देशवासियों के नाम एक ऑडियो संदेश जारी किया.
शेख हसीना ने कहा, “यूनुस ने आतंकवादियों की मदद से सत्ता हथिया ली.” हसीना ने दावा किया, “उन्होंने सत्ता में आने के बाद गिरफ्तार किए गए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सभी अपराधियों को रिहा कर दिया. यूनुस के कार्यकाल के दौरान, बांग्लादेश की विचार की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और आवागमन की स्वतंत्रता को एक सुनियोजित योजना के तहत छीन लिया गया. महिलाओं और युवाओं के अधिकार छीन लिये गये हैं.”
शेख हसीना ने कहा, “एक दिन में 93 वकीलों को गिरफ्तार किया गया, स्वतंत्र बांग्लादेश में ऐसा आखिरी बार कब हुआ था?” यह यूनुस के समय में हुआ था. फिर भी उनका दावा है कि हर कोई उनकी आलोचना कर सकता है और बिना किसी डर के बोल सकता है, लेकिन अब, जब भी कोई आलोचना करता है. उन्हें पीटा जाता है. उनके घर जला दिए जाते हैं.
अवामी लीग को खत्म करने की कोशिश की जा रही
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री को बीएनपी और जमात के ‘विकास’ के बारे में भी बात करते सुना गया है. उन्होंने कहा, “अगर हमने वही अत्याचार किए होते जो बीएनपी और जमात ने 2009 में सरकार बनने के बाद हम पर ढाए थे, तो उनके अस्तित्व का पता ही नहीं चलता और आज, अनगिनत अवामी लीग नेताओं और कार्यकर्ताओं और उनके रिश्तेदारों को उनके द्वारा मार दिया जा रहा है. घर में आग लगाई जा रही है, जब उन्होंने 32 नंबर में आग लगाई तो मीरपुर रोड पर तीन शव भी पड़े हुए दिखाई दिए. यहां तक कि उनके नाम और पहचान भी अज्ञात थी. वे क्रूर यातना और दुर्व्यवहार के माध्यम से एक पार्टी को समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं.”
शेख हसीना ने यह भी कहा कि बांग्लादेश अवामी लीग के कारण स्वतंत्र हुआ. राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान ने देश को आजाद कराया. अवामी लीग ने स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई. हसीना ने कहा, “आज वे सब कुछ नष्ट करने के लिए उठ खड़े हुए हैं.” उन्होंने कहा कि देश को आजाद कराने वाले स्वतंत्रता सेनानी के गले में जूतों की माला पहनाए जा रहे हैं! धैर्य रखें, दिन वापस आएगा. सर्दी एक महीने में खत्म नहीं होती. मैं सारे अपमान याद रखूंगी. वह दिन दूर नहीं है, हर का हिसाब होगा.
शेख हसीना यूनुस सरकार पर बोला हमला
उन्होंने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस पर भी सीधा निशाना साधा. यूनुस को कठघरे में खड़ा करने और उनकी प्रतिष्ठा, बांग्लादेश के विकास और बंगबंधु की विरासत को धूमिल करने की ‘साजिश’ की गई है. हसीना ने कहा, “यह सब यूनुस की चालाकी है. वे हजारों करोड़ रुपए कमाकर और विदेशियों से पैसा लेकर देश को बर्बाद कर रहे हैं. क्या कोई ऐसा व्यक्ति जिसके मन में देशभक्ति है, जिसके मन में लोगों के लिए प्रेम, दया और स्नेह है, कभी ऐसा कर सकता है? उनके मन में इस देश के लोगों के लिए कोई दया नहीं है.”
ठीक एक वर्ष पहले, जुलाई 2024 में, बांग्लादेश छात्र विरोध प्रदर्शनों हुआ था. उस समय सत्ता परिवर्तन हुआ. अगस्त में सत्ता से बेदखल होने के बाद हसीना को बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा. यूनुस को देश की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन उस देश की स्थिति में एक साल में भी कोई खास सुधार नहीं आया है. पिछले सप्ताह आवामी लीग के गढ़ गोपालगंज में हुई झड़पों में चार लोग मारे गए. कर्फ्यू लगा दिया गया. इस हिंसक घटना में कम से कम 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.