मुंबई और इससे सटे कुछ इलाकों में हाल के कुछ हफ्तों में मराठी बनाम हिन्दी भाषा विवाद गहरा चुका है। इसकी वजह राज्य में सियासत भी चरम पर है। ताजा मामले में मराठी नहीं बोलने पर मुंबई लोकल ट्रेन में महिलाओं का दो समूह आपस में भिड़ गया।
Marathi vs Hindi Row: महाराष्ट्र में पिछले कई हफ्तों से मराठी बनाम हिन्दी भाषा विवाद चल रहा है और मराठी नहीं बोलने वालों को निशाना बनाया जा रहा है। मराठी बनाम हिन्दी की ये लड़ाई एब मुंबई के लोकट ट्रेन तक पहुंच गई है। दरअसल, लोकल ट्रेन में पिछले दिनों सीट को लेकर शुरु हुआ मामूली विवाद मराठी बनाम हिन्दी की लड़ाई में तब्दील हो गया। इस लड़ाई में एक महिला को दूसरे समुदाय की कुछ महिलाओं से मराठी में बोलने को कहा जा रहा है और ऐसा नहीं करने पर बाहर निकलने की बात कही जा रही है। इसके बाद महिलाओं के बीच दोनों तरफ से तकरार होने लगी।
यह घटना महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सेंट्रल लाइन पर एक भीड़-भाड़ वाली लोकल ट्रेन के लेडीज कोच में हुई। घटना शुक्रवार की शाम की है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि भीड़-भाड़ वाले एक ट्रेन डिब्बे में महिलाओं के बीच बहस हो रही है। 17 सेकंड के इस वीडियो में महिलाओं का दो समूह आपस में बहस कर रहा है।
गाली देने से शुरुआत
वीडियो की शुरुआत कैमरे के फ्रेम से बाहर एक महिला द्वारा यात्रियों के एक समूह को गाली देने से होती है। इस बहस में शामिल महिलाओं में से एक महिला यह कहती हुई सुनाई देती है, “मुंबई में रहना है तो मराठी बोलो, वरना निकल जाओ।” महिलाओं का दूसरा समूह भी इस बहस में शामिल दिखाई देता है।
घटना की कोई औपचारिक शिकायत नहीं
रेलवे अधिकारियों ने कथित तौर पर घटना की पुष्टि की है और कहा है कि यह घटना मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाली एक ट्रेन के महिला डिब्बे में हुई। हालांकि, अब तक इस घटना की कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
मराठी बनाम हिन्दी पर सियासत ऑन
बता दें कि अक्सर खचाखच भरी रहने वाली मुंबई लोकल ट्रेन में इस तरह के छोटे विवाद और जुबानी जंग आम बात हैं, लेकिन महाराष्ट्र में चल रहे भाषा विवाद के बीच मराठी भाषा को लेकर ऐसी घटनाएं बढ़ गई हैं। हाल ही में राज्य में ‘मराठी बनाम हिंदी’ मुद्दे को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ गया था. जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) जैसी पार्टियाँ राज्य में निकाय चुनावों से पहले इस मुद्दे को उठाना शुरू किया है। कुछ दिनों पहले ही मुंबई के विक्रोली में एक दुकानदार पर MNS कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर इसलिए हमला बोला क्योंकि उसने “मराठी समुदाय का अपमान” करने वाला एक व्हाट्सएप स्टेटस पोस्ट किया था।
इससे भी पहले इसी तरह की एक घटना में, MNS के कार्यकर्ताओं ने ठाणे में एक फ़ूड स्टॉल मालिक के साथ मराठी न बोलने पर मारपीट की थी। उस मारपीट का वीड़ियो भी कैमरे में कैद हुआ था और वायरल हुआ था। इसके बाद मुंबई के मीरा रोड पर भी इसी तरह के मुद्दे पर एक अन्य दुकानदार की पिटाई की गई थी। एक ऑटोरिक्शा चालक के साथ भी मराठी नहीं बोलने पर मारपीट की गई थी।