मल्टीबैगर रिटर्न देने वाले सुजलॉन एनर्जी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में बड़ा बदलाव हुआ है। इस कंपनी में मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने दांव लगाया है। जून तिमाही तक सुजलॉन एनर्जी में मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी 1.03% थी।
Suzlon energy share price: एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी- सुजलॉन एनर्जी में मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने दांव लगाया है। शेयरहोल्डिंग पैटर्न पर गौर करें तो जून तिमाही के अंत में सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड में एक फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी है। जून तिमाही तक सुजलॉन एनर्जी में मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी 1.03% थी। मार्च तिमाही के अंत तक इस फंड की कंपनी में कोई हिस्सेदारी नहीं थी। इसी के साथ अब म्यूचुअल फंड्स की सुजलॉन एनर्जी में 5.24% हिस्सेदारी है, जबकि मार्च तिमाही के दौरान उनके पास 4.17% हिस्सेदारी थी।
प्रमोटर और रिटेल की कितनी हिस्सेदारी
सुजलॉन एनर्जी के प्रमोटरों ने तिमाही के दौरान एक ब्लॉक डील के तहत कुछ हिस्सेदारी बेची थी, जिससे उनकी हिस्सेदारी पहले के 13.25% से घटकर 11.74% हो गई। भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने जून के अंत में भी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 1% से थोड़ी अधिक बनाए रखी। हालांकि, सुजलॉन एनर्जी में हिस्सेदारी रखने वाले खुदरा शेयरधारकों की संख्या मार्च के अंत में 56.12 लाख से घटकर 55.4 लाख हो गई है। प्रतिशत के लिहाज से, हिस्सेदारी मार्च के 25.12% से बढ़कर 25.03% पर स्थिर रही है।
शेयर का हाल
सुजलॉन एनर्जी के शेयर की बात करें तो शुक्रवार को 1.8% की गिरावट के साथ ₹65.09 पर बंद हुए। पूरे साल यह शेयर स्थिर रहा है। बीते दिनों ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने मल्टीबैगर शेयर सुजलॉन एनर्जी पर अपना सकारात्मक दृष्टिकोण दोहराते हुए ₹82 प्रति शेयर के टारगेट प्राइस को तय किया है। ब्रोकरेज आनंद राठी द्वारा भी ₹81 प्रति शेयर का अनुमान लगाया गया है। इस एनर्जी शेयर में पिछले दो वर्षों के दौरान 277% और पिछले पांच वर्षों में 1,200% से अधिक की वृद्धि हुई है।
कैसे रहे नतीजे
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में सुजलॉन का नेट प्रॉफिट बढ़कर 2,072 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 660 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष में कुल आय बढ़कर 10,993.13 करोड़ रुपये रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 6,567.51 करोड़ रुपये थी।