होम नॉलेज नॉर्थ कोरिया के किम जोंग का लग्जरी रिजॉर्ट कैसा है? 15 साल बनने में लगे, 20 हजार लोग रह सकेंगे, देखें फोटो-वीडियो

नॉर्थ कोरिया के किम जोंग का लग्जरी रिजॉर्ट कैसा है? 15 साल बनने में लगे, 20 हजार लोग रह सकेंगे, देखें फोटो-वीडियो

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नॉर्थ कोरिया के पूर्वी समुद्र तट पर स्थित वानसन नामक स्थान पर लग्जरी बीच रिजॉर्ट बनाया गया है.

दुनिया के सबसे रहस्यमय और पाबंदियों भरे देशों में से एक है नॉर्थ कोरिया. इसी तरह से वहां के शासक किम जोंग उन का जीवन भी तमाम प्रतिबंधों और रहस्य के बीच व्यतीत होता है. इसके बावजूद वह अपने परिवार संग हाल ही में एक लग्जरी रिजॉर्ट का प्रचार करते देखे गए. नॉर्थ कोरिया में बनाए गए इस रिजॉर्ट के प्रचार समारोह में किम जोंग उन के साथ ही उनकी पत्नी री सोल जू और बेटी जू एई भी मौजूद रहीं. इस दौरान उन ने रिजॉर्ट को अपने देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक करार दिया. आइए जान लेते हैं इस रिजॉर्ट की खूबियां.

नॉर्थ कोरिया के पूर्वी समुद्र तट पर स्थित वानसन नामक स्थान पर लग्जरी बीच रिजॉर्ट बनाया गया है. यह इलाका पहले मिसाइल परीक्षण के लिए इस्तेमाल होता था. नॉर्थ कोरिया के कुलीन वर्ग के ज्यादातर निजी विला भी इसी स्थान पर बने हैं.

अब किम जोंग उन ने इस शहर को पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का प्रयास किया है. इसीलिए इसके प्रचार समारोह में किम जोंग उन कुछ बदले-बदले नजर आओ. आमतौर पर माओ शैली के कपड़ों में दिखने वाले किम जोंग उन इस समारोह में गहरे रंग के शूट, सफेट शर्ट और टाई में दिखाई दिए. वैसे इस शहर का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि किम जोंग उन ने अपने बचपन का एक हिस्सा यहीं पर बिताया है.

15 साल में बनकर तैयार हुआ

वानसन में बनाए गए इस रिजॉर्ट का लंबे समय से लोग इंतजार कर रहे थे. इससे बनने में करीब 15 सालों का समय लगा है. इसका नाम वानसन कलमा है, जिसमें 54 होटलों के साथ ही सिनेमा, बीयर पब, समुद्री स्नान की व्यवस्था के साथ ही अन्य कई सुविधाएं मौजूद हैं. रिजॉर्ट के उत्तरी प्रवेश द्वार पर एक गाइड मैप है. इसमें बताया गया है कि कलमा प्रायद्वीप पर करीब पांच किमी लंबे तट पर फैले इस रिजॉर्ट में एक-दो नहीं, सैकड़ों सुविधाएं हैं. इनमें एक बड़ा इनडोर और आउटडोर वाटर पार्क भी है. इसके अलावा मिनी-गोल्फ कोर्स, मूवी थियेटर, कई सारे शॉपिंग मॉल, दर्जनों रेस्टोरेंट, पांच बीयर पब और दो वीडियो गेम आर्केड इसकी खूबियों में शामिल हैं.

एक साथ 20 हजार लोग रह सकते

नॉर्थ कोरिया की सरकारी मीडिया की ओर से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस रिजॉर्ट में बने होटलों में एक साथ लगभग 20 हजार लोग रह सकते हैं. इसमें रिजॉर्ट के प्रचार समारोह को एक महान और शुभ घटना बताया गया है. किम जोंंग उन की इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत साल 2018 में हुई थी. हालांकि, बीच में कोविड-19 महामारी फैलने के कारण दुनिया भर की तमाम परियोजनों की तरह इसका निर्माण भी प्रभावित हुआ और अब जाकर यह बनकर दुनिया के सामने आया है. इसके पास ही नॉर्थ कोरिया ने कलमा नाम का रेलवे स्टेशन भी बनाया है. वैसे भी वानसन कलमा रिजॉर्ट नॉर्थ कोरिया के इंटरनेशनल एयरपोर्ट के काफी करीब है. इसका संदेश साफ है कि नॉर्थ कोरिया अब अपने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देना चाहता है.

नॉर्थ कोरिया की आय का साधन है पर्यटन

एक ओर नॉर्थ कोरिया दुनिया के लिए रहस्य है तो दूसरी ओर इसकी आमदनी का बड़ा साधन पर्यटन है. यह भी कह सकते हैं कि नॉर्थ कोरिया की आय के कुछ बचे स्रोतों में से पर्यटन भी एक है. देश के इस उद्योग पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का कोई असर नहीं है. इस उद्योग में रूस से नॉर्थ कोरिया जाने वाले पर्यटकों की सबसे बड़ी भागीदारी है, क्योंकि दुनिया के बाकी देशों के लोगों के लिए नॉर्थ कोरिया जाना बड़ा मुश्किल होता है.

वैसे अब वानसन कलमा जैसा समुद्र तटीय रिजॉर्ट जाहिर है कि पर्यटन उद्योग को बढ़ावा ही मिलेगा. फिलहाल यह रिजॉर्ट केवल नॉर्थ कोरिया के पर्यटकों के लिए ही खोला गया है. पर मीडिया में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसे रूस के पर्यटकों के लिए भी खोला जा सकता है. बाकी दुनिया भर के पर्यटकों के लिए अभी इस रिजॉर्ट तक पहुंच पाना संभव नहीं है, क्योंकि और किसी के लिए इसे खोला ही नहीं गया है.

पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का असर नहीं

दरअसल, किम जोंग उन ने वानसन कलमा रिजॉर्ट का उद्घाटन ऐसे समय में किया है, जब उनका देश और सबसे बड़ा सहयोगी रूस दोनों ही पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं. ऐसे में इस रिजॉर्ट का उद्घाटन कर दोनों देश आपसी सहयोग को बढ़ाते नजर आ रहे हैं.

वैसे भी नॉर्थ कोरिया ने साल 2020 में कोविड-19 महामारी शुरू होते ही अपनी सीमाएं सील कर दी थीं. साल 2023 से थोड़ी-थोड़ी ढील प्रतिबंधों में दी जा रही है. इसी के तहत रूस के पर्यटकों को नॉर्थ कोरिया जाने की अनुमति दी गई है पर वे अब भी नॉर्थ कोरिया की राजधानी और दूसरे कई क्षेत्रों में नहीं जा सकते.

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