होम विदेश सीरिया का असली खेल तुर्की ने किया? पहले ईरान जंग में साथ दिलवाया, अब अकेले छोड़ा

सीरिया का असली खेल तुर्की ने किया? पहले ईरान जंग में साथ दिलवाया, अब अकेले छोड़ा

द्वारा

सीरिया के राष्ट्रपति अल-शरा और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन

इजराइल अटैक के बाद एक सवाल की चर्चा जोरों पर है. क्या सीरिया का असली खेल तुर्की ने किया है? दरअसल, पिछले महीने जब इजराइल ने ईरान पर हमला शुरू किया तो उस वक्त सीरिया ने तुर्की के कहने पर उसकी खुलकर मदद की. सीरिया के एयर स्पेस का ही इस्तेमाल कर इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान पर खूब मिसाइलें दागीं. वहीं अब इजराइल ने सीरिया पर हमला किया तो तुर्की इस मसले पर सिर्फ बयान देने तक सीमित रह गया.

तुर्की की वजह से सीरिया रहा साइलेंट

जून 2025 में इजराइल ने ईरान पर स्ट्राइक कर दिया. इजराइल को जंग के लिए सीरिया का एयर स्पेस चाहिए था. सीरिया अगर चाहता तो इजराइल ईरान पर हमला नहीं कर पाता, लेकिन सीरिया ने राजी-खुशी उसे अपना एयर स्पेस इस्तेमाल करने दिया.

अल मॉनिटर ने उस वक्त सीरिया अधिकारियों के हवाले से लिखा था कि तुर्की के कहने पर इस पूरे मसले पर सीरिया राष्ट्रपति साइलेंट रहे. सीरिया के अल-शरा ने इजराइली हमले के खिलाफ कोई टिप्पणी तक नहीं की.

रिपोर्ट में कहा गया कि सीरिया अब किसी देश का विरोध नहीं करेगा और न ही सपोर्ट. तु्र्की के कहने पर सीरिया ने यह फैसला किया है. सीरिया के इस फैसले की वजह से ईरान उससे दूर चला गया.

मध्य पूर्व में ईरान ही ऐसा मुस्लिम देश है, जो इजराइल के खिलाफ हर वक्त मोर्चा खोले रहता है. सीरिया पर अटैक को लेकर ईरान ने कोई बयान नहीं जारी किया है.

अब तुर्की ने विदेश मंत्री को आगे कर दिया

इधर ड्रूज को लेकर जब इजराइल ने सीरिया पर अटैक किया, तो तुर्की ने उसके खिलाफ कुछ एक्शन नहीं लिया. तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन तो पूरे परिदृश्य से ही गायब रहे. तुर्की ने अपने विदेश मंत्री को पूरे मामले में आगे कर दिया, जबकि ईरान पर जब इजराइल ने हमला किया था, तब तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने खुद बयान दिया था.

तुर्की को कमजोर सीरिया क्यों चाहिए?

तुर्की सीरिया के साथ गुप्त समुंद्री समझौता करने में जुटा है. दोनों देश समुंद्री समझौते के तहत अपने सीमा का निर्धारण कर रहा है. वहीं तुर्की उर्जा से लेकर कई और डील सीरिया से करने में जुटा है. सीरिया अगर मजबूत स्थिति में रहेगा, तो तुर्की डील में पिछड़ सकता है.

मध्य पूर्व में वर्तमान में सीरिया ही एक ऐसा देश है, जो तुर्की की लगभग हर बात को मानता है. सीरिया के राष्ट्रपति अल-शरा अपने आप को स्थापित करने में जुटे हैं.

आपको यह भी पसंद आ सकता हैं

एक टिप्पणी छोड़ें

संस्कृति, राजनीति और गाँवो की

सच्ची आवाज़

© कॉपीराइट 2025 – सभी अधिकार सुरक्षित। डिजाइन और मगध संदेश द्वारा विकसित किया गया