एक दिन पहले पंजाब के मशहूर कपड़ा व्यापारी को गोली मारने वाले दो बदमाश एनकाउंटर में ढेर हो गए हैं। इस मुठभेड़ को बिश्नोई गैंग ने फर्जी करार दिया है।
पंजाब के अबोहर में एक दिन पहले मशहूर कपड़ा व्यापारी संजय वर्मा की गोली मारकर हत्या करने के मामले में शामिल दो बदशामों को पंजाब पुलिस ने आज मुठभेड़ में मार गिराया। इस हत्याकांड में पहले बिश्नोई गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। बिश्नोई गैंग के मेंबर आरजू बिश्नोई ने सोशल मीडिया पोस्ट में इसे फर्जी मुठभेड़ करार दिया है।
जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ में एक सीनियर पुलिस कांस्टेबल मनिंदर सिंह के बाजू में गोली लगी, जिसे अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। मारे गए बदमाशों की पहचान पटियाला के राम रतन और मरदनपुर के जसबीर सिंह के रूप में हुई है। संजय वर्मा हत्याकांड में शामिल इन दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बारे में एडीजीपी अर्पित शुक्ला ने आज दिन में जानकारी दी थी। वहीं, शाम को आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। वहीं, आरजू बिश्नोई नामक फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें इसके फर्जी एनकाउंटर बताया गया है।
भागने की कोशिश में मारे गए बदमाश
फिरोजपुर के डीआईजी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि पुलिस ने आरोपी जसप्रीत और राम रतन को काबू किया था। वारदात में कुल पांच आरोपी शामिल थे। वारदात में इस्तेमाल हथियारों को इन दोनों ने अबोहर के जंगल में छुपाया था। इनकी रिकवरी के लिए पुलिस मंगलवार शाम को जसप्रीत और राम रतन को लेकर गई थी। इसी दौरान दोनों ने भागने की कोशिश की और वहां छुपे इनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। दोनों आरोपी मौके से भागने लगे तो पुलिस की जवाबी कार्रवाई में जसप्रीत और राम रतन को गोली लगी और दोनों की ही मौत हो गई। अभी इस मामले में तीन आरोपी फरार हैं।
आरजू बिश्नोई की पोस्ट-एनकाउंटर फर्जी
वहीं, इस एनकाउंटर पर आरजू बिश्नोई ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सवाल खड़ा किया है। पोस्ट में लिखा है कि ये जो आज फिरोजपुर पुलिस ने एनकाउंटर दिखाया है, ये बिल्कुल फेक एनकाउंटर है। इन्होंने फर्जी हथियारों की रिकवरी दिखा कर रिमांड पर लिए हुए हमारे भाइयों को पटियाला से उठाकर रिमांड के बाद वापस लाकर एनकाउंटर दिखा दिया। खुद के पास से इन्होंने हथियार प्लांट किए और दोनों का एनकाउंटर कर दिया, जो हमारे 2 भाई इन्होंने शहीद किए हैं जसप्रीत और रामरतन।
दोनों भाई किसी भी वारदात में शामिल नहीं थे, इन्होंने सिर्फ कार में लिफ्ट दी थी। आरजू बिश्नोई ने कहा कि पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ दिखाकर आज हमारे भाइयों को शहीद किया है। जिन गैंगपैनों और गोली चलाने वालों की बात कर रहे हैं, वो कब के इनकी पहुंच से बाहर हो चुके हैं। इनको कोर्ट से कोई सुराग नहीं मिल रहा तो इन्होंने पब्लिक स्टेटमेंट देने के लिए 2 बेकसूरों की जान ले ली। हम अपने गुनाह से कभी नहीं भागे और ना ही कभी झूठ बोलकर किसी को मारा है, जो किया है सामने किया है।
बिश्नोई गैंग ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी
अबोहर में न्यू वेयर वेल शोरूम चलाने वाले व्यापारी संजय वर्मा की कल तीन नकाबपोश हमलावरों ने दुकान के सामने ही गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। 47 साल के संजय वर्मा जैसे ही अपने शोरूम न्यू वियरवेल के बाहर गाड़ी से उतरे, बाइक सवार बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी। खून से लथपथ सड़क पर पड़े संजय वर्मा को लोग अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही वह दम तोड़ चुके थे।
वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों बदमाश एक व्यक्ति की बाइक छीनकर भाग गए। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो हुई, जिसमें शूटर आरजू बिश्नोई ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली। पोस्ट में उसने लिखा था कि हमने इसे फोन किया था, लेकिन इसने हमें पहचानने से मना कर दिया। ये जो न्यू वियरवेल अबोहर की हत्या हुई है, उसकी जिम्मेवारी मैं गोल्डी ढिल्लों, आरजू बिश्नोई और शुभम लोनकर महाराष्ट्र लेते हैं। इसको हमने कॉल किया था कोई मैटर को लेकर। इसने पहचानने से मना कर दिया तो इसको यह बताने के लिए हमने ठोक दिया कि पता चल जाए हम कौन हैं। ये हमारे दुश्मनों को सपोर्ट करता था। जो भी हमारे खिलाफ जाएगा, उसको मिट्टी में मिला देंगे।
रिपोर्ट: मोनी देवी