मौसम विभाग ने 20 जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। खासकर उत्तर यानी सरगुजा संभाग और मध्य छत्तीसगढ़ यानी बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के जिलों भारी बारिश की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। रविवार को रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों में रुक-रूककर बारिश होती रही, जो सोमवार को भी जारी है। सबसे ज्यादा बारिश सरगुजा संभाग के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में हुई है। अगले 4 से 5 दिनों तक प्रदेश में यही स्थिति रहेगी। मौसम विभाग ने 20 जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। खासकर उत्तर यानी सरगुजा संभाग और मध्य छत्तीसगढ़ यानी बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के जिलों भारी बारिश की संभावना है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के जशपुर, सुरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां भारी बारिश हो सकती है। यहां मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। हवा की रफ्तार 40 से 60 KMPH हो सकती है। वहीं नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, रायगढ़, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, कोरिया में बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। इन जिलों में हवा की रफ्तार 30 से 40 KMPH होने की संभावना है।
बिलासपुर रहा गर्म, राजनांदगांव रहा ठंडा
रायपुर मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 30 जून से बारिश की एक्टिविटी और तेज होने की संभावना है। बारिश के साथ मेघ गर्जन होने और आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। खासकर उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के सरगुजा और बिलासपुर संभाग में एक दो स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई है। इस दौरान सबसे अधिक तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस बिलासपुर में दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री राजनांदगांव में दर्ज किया गया। रायपुर में अधिकतम तापमान तापमान 23 से 28 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। आसमान पर काले बादल छाए हैं। रिमझिम बारिश का दौर जारी है। बारिश के साथ ठंडी हवा चलने से तापमान में लगातार गिरावट का दौर जारी है।
इस सिनोप्टिक सिस्टम से हो रही बारिश
मौसम वैज्ञानियों के मुताबिक एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट के पास स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है, जो धीरे-धीरे पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर ओडिशा, गंगेटिक, पश्चिम बंगाल और झारखंड की ओर अगले दो दिनों तक आगे बढ़ने की संभावना है। मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर फिरोजपुर, सोनीपत, अयोध्या, गया, पुरुलिया, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित निम्न दाब के केंद्र और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। वहीं एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका दक्षिण राजस्थान में स्थित चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित निम्न दाब के केंद्र तक 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके अलावा एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण उत्तर प्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है।
(रिपोर्ट- संदीप दीवान)