टाटा कैपिटल ने गोपनीय मार्ग के जरिये आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं। कंपनी के बोर्ड ने 1752 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को मंजूरी दे दी है। समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस लिमिटेड इस इश्यू में ₹1630 करोड़ की राशि जुटा सकती है।
Tata Capital IPO: टाटा की फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म- टाटा कैपिटल लिमिटेड (टीसीएल) के बोर्ड ने आईपीओ से पहले एक बड़ा फैसला लिया है। कंपनी के बोर्ड ने 1752 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को मंजूरी दे दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस लिमिटेड इस इश्यू में ₹1630 करोड़ की राशि जुटा सकती है।
30,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार टाटा कैपिटल की बोर्ड मीटिंग में कंपनी को अलग-अलग डेब्ट फैसलिटीज के माध्यम से 30,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की भी मंजूरी मिली। इनमें सिक्योर और अनसिक्योर डिबेंचर, अधीनस्थ और स्थायी बॉन्ड, बाजार से जुड़े उपकरण और ग्रीन बॉन्ड शामिल हैं।
आईपीओ की तैयारी में कंपनी
ये फैसले ऐसे समय में लिए गए हैं जब टाटा कैपिटल अपने 2 बिलियन डॉलर के आईपीओ की तैयारी कर रही है। बीते दिनों खबर आई थी कि टाटा कैपिटल ने गोपनीय मार्ग के जरिये आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं। इस आईपीओ में इक्विटी शेयरों के फ्रेश इश्यू के अलावा कुछ शेयरधारकों की तरफ से बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल होगी।
टाटा संस के पास कितनी हिस्सेदारी
आपको बता दें कि टाटा कैपिटल की मूल कंपनी टाटा संस के पास 92.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस इश्यू के सफल होने पर यह आईपीओ देश के वित्तीय क्षेत्र में सबसे बड़ी शुरुआती शेयर बिक्री होगी। यह नवंबर, 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज की सूचीबद्धता के बाद हाल के वर्षों में टाटा समूह का सार्वजनिक बाजार में दूसरा पदार्पण भी होगा।
कैसे रहे मार्च तिमाही के नतीजे
पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में टाटा कैपिटल के नेट प्रॉफिट 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 1,000 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 765 करोड़ रुपये रहा था। टाटा कैपिटल की परिचालन आय तिमाही में लगभग 50 प्रतिशत प्रतिशत बढ़कर 7,478 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले साल समान तिमाही में 4,998 करोड़ रुपये रही थी।