होम देश karnataka MM Hills Wildlife Sanctuary five tigers dead poisoning suspected कर्नाटक के MM हिल्स वन्यजीव अभ्यारण्य में मृत मिले 5 टाइगर, जहर देकर मारने की आशंका, India News in Hindi

karnataka MM Hills Wildlife Sanctuary five tigers dead poisoning suspected कर्नाटक के MM हिल्स वन्यजीव अभ्यारण्य में मृत मिले 5 टाइगर, जहर देकर मारने की आशंका, India News in Hindi

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कर्नाटक के एमएम हिल्स वन्यजीव अभ्यारण्य में पांच टाइगर मृत पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि बाघिन ने पास के एक गांव में गाय को मारकर खा लिया था। मौत की वजह जहर देना बताई जा रही है।

कर्नाटक के एमएम हिल्स वन्यजीव अभयारण्य में पांच टाइगर मृत पाए गए हैं। इस घटना से हड़कंप मच गया है। मरने वालों में एक मादा बाघिन और उसके चार शावक बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मौत की वजह जहर देना हो सकती है, हालांकि अंतिम पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही होगी।

चामराजनगर सर्किल के मुख्य वन संरक्षक टी. हीरालाल ने बताया कि बाघिन और उसके शावकों के शव मीनीयम क्षेत्र के हुग्यम रेंज में पाए गए। यह एमएम हिल्स अभयारण्य का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “प्रथम दृष्टया यह मामला जहर दिए जाने का प्रतीत होता है। यह निश्चित रूप से प्राकृतिक मौत नहीं है।”

गाय के शिकार से जुड़ी आशंका

ऐसा बताया जा रहा है कि बाघिन ने संभवतः पास के गांव से एक गाय का शिकार किया और उसका मांस जंगल में ले जाकर खाया। आशंका है कि कुछ ग्रामीणों ने बचा हुआ मांस जहर देकर वहीं छोड़ दिया, जिसे बाघिन और उसके शावकों ने बाद में खाया और उनकी मौत हो गई।

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सरकार ने जांच के दिए आदेश

कर्नाटक के वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्री ईश्वर बी खांद्रे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन दिनों में रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा, “पांच बाघों की एक दिन में मौत होना बेहद चिंताजनक है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।” मामले की जांच मुख्य प्रधान वन संरक्षक द्वारा की जाएगी। उन्हें तत्काल घटना स्थल पर जाकर विस्तृत जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।

कर्नाटक में बाघों की दूसरी सबसे अधिक आबादी

कर्नाटक देश में 563 बाघों के साथ दूसरा सबसे बड़ा बाघों वाला राज्य है। ऐसे में पांच बाघों की एक साथ मौत ने राज्य की बाघ संरक्षण नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बता दें कि एमएम हिल्स अभयारण्य 906 वर्ग किलोमीटर में फैला है। यह बाघों, तेंदुओं, हाथियों और कई अन्य प्रजातियों का घर है। इस क्षेत्र को टाइगर रिजर्व घोषित करने का प्रस्ताव 2023 विधानसभा चुनाव से पहले दिया गया था, लेकिन तब से यह योजना ठंडे बस्ते में है।

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