रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के बलरामपुर, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, जांजगीर चांपा, जशपुर, कबीरधाम, कोरबा, कोरिया, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, मुंगेली, रायगढ़, सक्ती, सूरजपुर और सुरगुजा के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है।
छत्तीसगढ़ में मॉनसूनी गतिविधियां लगातार सक्रिय हैं, इस दौरान उत्तर व दक्षिणी छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश जारी है। मौसम विभाग ने 15 जिलों में ऑरेंज और 13 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट सरगुजा संभाग, बिलासपुर संभाग, दुर्ग संभाग, बस्तर संभाग और रायपुर संभाग के जिलों के लिए जारी किया गया है। इस दौरान यहां मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। आसमान पर काले बादल छाए हुए हैं। लगातार बारिश से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे के दौरान बस्तर, बिलासपुर और सरगुजा संभाग के जिलों में अच्छी बारिश हुई है। आगामी 6 दिनों तक उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा, बिलासपुर और बस्तर संभाग के जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान मेघ गर्जन होने और आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के बलरामपुर, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, जांजगीर चांपा, जशपुर, कबीरधाम, कोरबा, कोरिया, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, मुंगेली, रायगढ़, सक्ती, सूरजपुर और सुरगुजा के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है। बालोद, बस्तर, बेमेतरा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, नारायणपुर, रायपुर, राजनांदगांव जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन सभी जिलों में गरज-चमक और तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है। हवा की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रति घंटे हो सकती है। यह अलर्ट गुरुवार को रात 10 बजे तक के लिए जारी किया गया है।
27 जून शुक्रवार के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, जशपुर और रायगढ़ जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां आंधी-तूफान आने और बिजली गिरने के साथ ही झमाझम बारिश होने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है।
28 जून शनिवार के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर और कोंडागांव जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां आंधी-तूफान आने और बिजली गिरने के साथ ही झमाझम बारिश होने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है।
सरगुजा में दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीतापुर थाना के केरजू पुलिस चौकी इलाके में बुधवार देर शाम दोनों बच्चे दोस्तों के साथ खेलने के लिए अपने घर से निकले थे। इसके बाद वे अपनी साइकिल धोने तालाब में उतर गए। इसी दौरान गहरे पानी में जाने की वजह से वे हादसे का शिकार हो गए। इधर दोनों बच्चों के परिजन उनके घर न लौटने से रातभर परेशान रहे और उसे ढूंढते रहे। गुरुवार सुबह दोनों बच्चों के शव को तालाब से बरामद किया गया। मृत बच्चों के नाम आरव अग्रवाल (9) और अंश अग्रवाल (7) है।
आगामी 6 दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 6 दिनों तक पूरे प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। साथ ही उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग और बिलासपुर संभाग के कुछ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। पिछले 24 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में माध्यम से भारी बारिश हुई है। पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म रायपुर रहा। यहां अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं प्रदेश में सबसे कम न्यूनतन तापमान पेंड्रा रोड में 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। रायपुर शहर में आज आसमान पर बादल छाए हुए हैं। अधिकतम तापमान 29.4 और न्यूनतम तापमान से 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। गुरुवार सुबह तक पिछले 24 घंटों के दौरान भी सभी संभागों में भारी बारिश हुई, इस दौरान जगदलपुर में 38.8 मिमी, अंबिकापुर में 28.8 मिमी, बिलासपुर में 26.8 मिमी और रायपुर में 24.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मॉनसूनी गतिविधियों में और तेजी आएगी
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तर प्रदेश के दक्षिणी-मध्य भागों से लेकर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तर ओडिशा से होते हुए लगभग 1.5 किमी की ऊंचाई तक एक द्रोणिका बनी हुई है। एक द्रोणिका पंजाब से उत्तर बांग्लादेश तक, दक्षिणी-मध्य उत्तर प्रदेश के ऊपर स्थित चक्रवाती परिसंचरण से होकर गुजरने वाली लगभग 0.9 किमी की ऊंचाई पर बनी हुई है। दक्षिण झारखंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में 3.1 किमी से 7.6 किमी की ऊंचाई के बीच एक ऊपरी वायुमंडलीय चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। वहीं उत्तर-पूर्वी अरब सागर से लेकर दक्षिण झारखंड और आसपास के क्षेत्रों में स्थित चक्रवाती परिसंचरण तक लगभग 3.1 किमी की ऊंचाई पर एक द्रोणिका बनी हुई है। केंद्रीय असम और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 0.9 किमी की ऊंचाई पर एक ऊपरी वायुमंडलीय चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसके प्रभाव से बारिश हो रही है।
रिपोर्ट- संदीप दीवान