ईरान-इजराइल युद्ध में सीजफायर होने के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर ने पहली बार देश की जनता को संबोधित किया है. उन्होंने अपने संबोधन में ईरान की जनता को जीत की बधाई दी. साथ ही कहा कि ईरान ने जायनी दुश्मन को ध्वस्त कर दिया है. इस संदेश से पहले ईरान के अधिकारियों के हवाले से न्यूयॉर्क टाइम्स ने रिपोर्ट की है कि इजराइल और अमेरिकी हमले से बचने के लिए सुरक्षाबल खामेनेई को तेहरान के एक सुरक्षित बंकर में ले गए हैं. माना जा रहा है यह संदेश खामेनेई ने बंकर से दिया होगा.
24 जून को सुप्रीम लीडर ने कहा था, “जो लोग ईरानी लोगों और उनके इतिहास को जानते हैं, वे जानते हैं कि ईरानी राष्ट्र आत्मसमर्पण करने वाला राष्ट्र नहीं है.” ये ट्रंप के उस धमकी का जवाब था जिसमें कहा गया था कि ईरान अनकंडीशनल सरेंडर करे. उन्होंने आगे कहा, “इस सारे हंगामे और दावों के कारण, इस्लामी गणराज्य के प्रहारों के तहत ज़ायोनी शासन को व्यावहारिक रूप से उखाड़ फेंका गया और कुचल दिया गया.”
I offer my congratulations on the victory over the fallacious Zionist regime.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 26, 2025
इजराइल की हार के डर से अमेरिका जंग में कूदा
अयातुल्ला अली खामेनेई का दावा है कि अमेरिका ने युद्ध में इसलिए प्रवेश किया क्योंकि उसे लगा कि अगर वह ऐसा नहीं करता तो इजरायल पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा. हालांकि, इस युद्ध से उसे कुछ हासिल नहीं हुआ. खामेनेई ने आगे कहा कि यहां भी, इस्लामिक रिपब्लिक विजयी हुआ और बदले में अमेरिका के चेहरे पर जोरदार तमाचा मारा.
My congratulations on our dear Irans victory over the US regime. The US regime entered the war directly because it felt that if it didnt, the Zionist regime would be completely destroyed. It entered the war in an effort to save that regime but achieved nothing.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 26, 2025
रेडी टू अटैक मोड में ईरान
वहीं कुछ खबरों में दावा किया गया है कि ईरान रेडी टू अटैक मोड में हैं. ईरान को अभी भी अपने सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमलों का डर है. ईरान के सैन्य अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि अगर फिर से हमला हुआ, तो हम जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. ऐसे इस लिए किए जा रहा है क्योंकि कुछ पश्चिमी मीडिया की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और वह इसे फिर से शुरू कर सकता है. वहीं इजराइल के कुछ अधिकारियों ने भी इस बात के संदेश दिए है कि ईरान के ऊपर वह फिर हमला कर सकते हैं.