आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने कहा कि मैं उग्रवादी नहीं, प्रतिबद्ध हिंदू हूं। फेज सेक्युलरिज्म की तीखी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे धर्म का अपमान मत करो।
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने रविवार को तमिलनाडु के मदुरै में आयोजित ‘मुरुग भक्तरगल मणाडु’ (भगवान मुरुगन के भक्तों का सम्मेलन) में फेक सेक्युलरिज़्म और हिंदू धर्म पर एकतरफा निशानेबाज़ी को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “मैं उग्रवादी नहीं, प्रतिबद्ध हिंदू हूं।”
हिंदू होने पर ही आपत्ति क्यों?
पवन कल्याण ने कहा, “एक ईसाई को ईसाई बने रहने में, एक मुस्लिम को मुस्लिम बने रहने में किसी को समस्या नहीं होती, लेकिन जैसे ही कोई हिंदू अपने धर्म को लेकर प्रतिबद्ध होता है, उसे ‘सांप्रदायिक’ करार दे दिया जाता है। यही इनका फेक सेक्युलरिज़्म है।” उन्होंने आगे कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे संविधान ने दी है, लेकिन अब इसका उपयोग सिर्फ हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाने के लिए किया जा रहा है। यह अब बंद होना चाहिए, वरना हमारे धर्म और आस्था को टिकाए रखना मुश्किल हो जाएगा।”
इस्लाम और ईसाई धर्म का सम्मान
पवन कल्याण ने अपने भाषण में साफ कहा, “मैं इस्लाम और ईसाई धर्म का भी उतना ही सम्मान करता हूं, जितना अपने धर्म का। लेकिन मेरी भी एक ही गुज़ारिश है – मेरे धर्म का अपमान मत करो। आप मेरी आस्था का सम्मान न करो, पर उसका अपमान भी मत करो।”
मुरुगन पूरे भारत में पूजनीय
पवन कल्याण ने अपने संबोधन में भगवान मुरुगन को लेकर कहा कि वे सिर्फ तमिलनाडु तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उत्तर भारत में कार्तिकेय, आंध्र और कर्नाटक में सुब्रह्मण्यम के रूप में पूजे जाते हैं। उन्होंने इस बात पर दुख भी जताया कि कुछ साल पहले ‘कंडा षष्ठी कवचम’ जैसे धार्मिक स्तुति गीत का सार्वजनिक रूप से मजाक उड़ाया गया था। पवन कल्याण ने आगाह करते हुए कहा, “हिंदुओं की सहनशीलता को उनकी कमजोरी न समझा जाए। अगर बार-बार उकसाया गया, तो जवाब भी मिलेगा। धर्म की रक्षा हर भक्त का कर्तव्य है।”
राजनीतिक समर्थन
सम्मेलन में भाजपा नेता के. अन्नामलाई, हिंदू मुन्नानी प्रमुख कादेश्वर सुब्रमणियम, AIADMK के नेता और पूर्व मंत्री भी शामिल हुए। अन्नामलाई ने कहा कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि हिंदुओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता का मंच है।