ज्वालामुखी विस्फोट के बाद छाया धुएं का गुबार. इंडोनेशिया के माउंट लेवोटोबी लाकी में जोरदार ज्वालामुखी हुआ. इससे राख और धुएं का गुबार का ऐसा उठा कि आसमान में 10 किमी तक ऊपर तक कुछ नजर ही नहीं आया. इस ज्वालामुखी में एक बाद एक कई विस्फोट हुए. इसके बाद रेड अलर्ट जारी किया गया. इस धुएं की गुबार की वजह से कई फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया है. ज्वालामुखी से उठता धुएं का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इसे 150 किमी दूर तक से देखा जा सकता है. ज्वालामुखी विस्फोट के बाद गांवों से कई लोगों को निकाला गया है और कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं. इनमें बाली आने जाने वाली उड़ानें भी शामिल हैं. रेड अलर्ट जारी है और ज्वालामुखी के आसपास के 8 किमी दूर तक के इलाके को खतरनाक बताया जा रहा है. राख से छोटे छोटे पत्थर गिर रहे हैं, इसके अलावा गांवों में भी मलबा गिरा है. नुराबेलेन गांव में तो हालात इतने खराब हैं कि कई लोगों को राहत शिविर में शरण लेना पड़ रहा है. जिस माउंट लेवोटोबी लाकी में इंडोनेशिया के फलोरेस तिमूर जिले में है. यह माउंट लेवोटोबी के पेरंपुआन से जुड़ा है. इस ज्वालामुखी में कई बार विस्फोट हो चुका है. नवंबर में भी इसमें विस्फोट हुआ था जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे. इसके बाद प्रशासन की ओर से एडवाइयजरी जारी की गई थी. इसके बाद मार्च में यह फिर सक्रिय हुआ था. ज्वालामुखी विस्फोट की की जह से फ्रासिस्ककुस जेवियर्स सेडा हवाई अड्डा बंद रहा. इस वजह से कई इंटरनेशनल उड़ानें प्रभावित हुई. वर्जिन ऑस्ट्रेलिया, जेटस्टार और जुनेयाओ एयरलाइंस की उड़ानें रद्द कर दी गईहैं. बाली के आई गुश्ती नुग्रह राय अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 37 उड़ानें रद्द हुईं.
इंडोनेशिया में माउंट लेवोटोबी ज्वालामुखी विस्फोट, धुएं का गुबार
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