पीएम मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च सम्मान मिलने के बाद आर्कबिशप मकारियोस मार्ग चर्चा में है। साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस ने पीएम मोदी को सम्मानित किया। इसके साथ सेंट्रल दिल्ली की एक सड़क का नाम बदला गया है, जिसका नाम आर्कबिशप मकारियोस मार्ग है। इस सड़क के नामकरण की पूरी कहानी जानिए।
आर्कबिशप मकारियोस मार्ग का नाम पहले गोल्फ लिंक्स रोड था, लेकिन 1980 के दशक में इसे बदला गया। इस सड़क का नाम मकारियोस तृतीय के सम्मान में रखा गया था। उन्होंने साइप्रस के चर्च के आर्कबिशप के रूप में कार्य किया और देश के पहले राष्ट्रपति भी बने थे। इसके बाद गुटनिरपेक्ष आंदोलन के बाद कई सड़कों का नाम बदला गया और उनके नाम पर रखा गया।
आर्कबिशप मकारियोस III ने साइप्रस के लिए बहुत काम किया था। उन्होंने देश के लिए लड़ा और उसे पहचान दिलाई। उन्हें साइप्रस का संस्थापक भी कहा जाता है। उन्हें अमर नेता माना जाता है।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन की शुरुआत में नेहरू, नासर और टीटो ने मिलकर इसका समर्थन किया था। इस आंदोलन में दुनिया के कई देशों का हिस्सा था।
क्या आप जानते हैं कि गुटनिरपेक्ष आंदोलन क्या है? आइए जानें और इसके महत्व को समझें।