Mahadev Betting App Scam: ED का कहना है कि EaseMyTrip के CEO निशांत पिट्टी ने महादेव बेटिंग ऐप के साथ मिलकर काम किया। उन पर 25 कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ाने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।
ED का कहना है कि EaseMyTrip के CEO निशांत पिट्टी ने दुबई से चलने वाला गैरकानूनी बेटिंग प्लेटफॉर्म महादेव बेटिंग ऐप के साथ मिलकर काम किया। उन पर 25 कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ाने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। ईडी को पिट्टी के घर से 7 लाख रुपये बरामद हुए, जो बेटिंग ऐप के पैसे बताए जा रहे हैं। कंपनी ने निश्चय ट्रेडिंग और सिल्वरटॉस शॉपर्स जैसी नकली कंपनियों को भी पैसे ट्रांसफर किए, जिनका इस्तेमाल गैरकानूनी कामों के लिए हुआ।
EaseMyTrip का जवाब: कंपनी ने सभी आरोपों को झूठ बताया है। उनका कहना है, “ED को हमारे दफ्तर से कोई सबूत नहीं मिला।” पिट्टी ने कहा कि जब्त किए गए 7 लाख रुपये उनकी निजी बचत का हिस्सा हैं, जिसे उन्होंने IT रिटर्न में दिखाया है।
महादेव ऐप घोटाला क्या है?
यह घोटाला लगभग 15,000-20,000 करोड़ रुपये का है। इसमें क्रिकेट मैच, कैसीनो गेम्स पर लोगों से पैसा लेकर हवाला और शेल कंपनियों के जरिए पैसे खपाए गए।
कैसे होता था काम: लोकल एजेंट्स को फ्रेंचाइजी देकर यूजर्स को जोड़ा जाता था। कमाई का पैसा दुबई भेजकर भारतीय शेयर मार्केट में निवेश किया जाता था।
शेयर मार्केट और ED की कार्रवाई
EaseMyTrip के शेयर 8.6% गिरे, लेकिन बाद में स्थिर हुए। ED ने घोटाले से जुड़े 2,295 करोड़ रुपये के बैंक अकाउंट्स और प्रॉपर्टीज फ्रीज कर दिए हैं। मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को 2023 में दुबई से गिरफ्तार किया गया था।
आज क्या है हाल
ईडी के इस बयान के बाद कंपनी के शेयर में आज गिरावट देखी गई है। ईजी ट्रिप प्लानर्स लिमिटेड के शेयर आज कारोबार के दौरान 2% से अधिक गिरकर 11.70 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गए थे। ईजमाईट्रिप के शेयरों का 52 वीक हाई प्राइस 23.12 रुपये और 52 वीक लो प्राइस 10.80 रुपये है।
बता दें पिछले दिनों ईडी ने ईजमाईट्रिप के गुरुग्राम कार्यालय समेत 50 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी। यह छापेमारी महादेव बेटिंग ऐप मामले में ईजमाईट्रिप के प्रमोटर निशांत पिट्टी से जुड़े कई स्थानों पर की गई। हालांकि, कंपनी ने बयान जारी किया है और कहा है कि कंपनी का महादेव बेटिंग ऐप या किसी अन्य सट्टेबाजी ऐप से कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध नहीं है।