अमेरिका ने भारत से आयातित उत्पादों पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। वहीं डोनाल्ड ट्रंप के करीबी मंत्री ने शुक्रवार को एक बार फिर भारत को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा है कि भारत आने वाले महीनों में अमेरिका से माफी मांगेगा।
भारत, रूस और चीन को नजदीक आता देख एक तरफ जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुन्नस खाकर अजीबोगरीब पोस्ट कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनके कुछ साथियों ने मानो भारत को निशाना बनाकर रोज कुछ न कुछ बयानबाजी करने की जिम्मेदारी ले ली है। अब ट्रंप सरकार के बड़े मंत्री ने भारत के खिलाफ जहर उगला है। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने शुक्रवार को कहा है कि भारत या तो अमेरिका का साथ दे, या फिर उसे 50 फीसदी टैरिफ देना ही होगा। उन्होंने यह दावा भी किया है कि भारत बहुत जल्द बातचीत के तैयार हो जाएगा और माफी भी मांगेगा।
रूसी तेल खरीदने के लिए भारत की आलोचना करते हुए लुटनिक ने कहा कि यूक्रेन जंग शुरू होने से पहले भारत रूस से दो प्रतिशत से भी कम तेल खरीदता था और अब भारत 40 फीसदी तेल रूस से खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा, “वे ऐसा इसीलिए कर रहे हैं क्योंकि रूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और यह बहुत सस्ते में मिल रहा है। और इसलिए भारतीयों ने बस यही फैसला किया है, ‘अरे, भाड़ में जाए।’ चलो इसे सस्ते में खरीदते हैं और खूब पैसा कमाते हैं।’
‘अमेरिका का साथ दो वरना…’
लुटनिक ने कहा है कि भारत को अमेरिका का साथ देना देगा नहीं तो भारत को मोटा टैरिफ भरना होगा। उन्होंने कहा, “भारत को यह तय करना होगा कि वह किस पक्ष में रहना चाहता है।” उन्होंने आगे कहा, “चीन भी हमें उत्पाद बेचता है। भारतीय भी हमें बेचते हैं। वे एक-दूसरे को नहीं बेच पाएंगे। हम दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता हैं। लोगों को याद रखना होगा कि हमारी 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था ही दुनिया का बाजार है। इसलिए अंततः उन्हें ग्राहक के पास वापस आना ही होगा।”
उन्होंने कहा कि भारत अपना बाजार नहीं खोलना चाहता है और रूस से तेल खरीदना भी बंद नहीं कर रहा है और वह ब्रिक्स का भी हिस्सा है। वे ब्रिक्स में रूस और चीन के बीच में हैं। अगर आपको यही करना है तो करिए। लेकिन या तो डॉलर को सपोर्ट करो, अमेरिका को सपोर्ट करो, और अपने सबसे बड़े ग्राहक का समर्थन करो, या फिर आपको 50% टैरिफ देना होगा। और देखते हैं यह कब तक चलता है।”
लुटनिक का दावा
ट्रंप के करीबी माने जाने वाले लुटनिक ने दावा किया है कि भारत कुछ ही महीनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ समझौता करने की कोशिश करेगा। लुटनिक ने ब्लूमबर्ग से कहा, ”मुझे लगता है कि एक या दो महीने में भारत बातचीत की मेज पर होगा। वे माफी मांगेंगे और डोनाल्ड ट्रंप के साथ समझौता करने की कोशिश करेंगे।”