घोष ने कहा कि जब चक्रवर्ती का मुकदमा सुनवाई के लिए आएगा, तो वह उच्च न्यायालय से अभिनेता के खिलाफ लगाए गए आरोपों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग करेंगे।
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही नए-नए बवाल होने शुरू हो गए हैं। ताजा मामले में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के एक धाकड़ नेता और विपक्षी भाजपा के एक दमदार चेहरे के बीच तकरार छिड़ गई है और मामला हाई कोर्ट तक जा पहुंचा है। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने गुरुवार को कहा कि उन्हें पता चला है कि अभिनेता से भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने कलकत्ता हाई कोर्ट में उनके खिलाफ 100 करोड़ रुपये की दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
घोष ने कहा कि उन्होंने भी चक्रवर्ती के खिलाफ बैंकशाल अदालत में आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करवा दिया है, जिसमें अभिनेता द्वारा उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक चक्रवर्ती के वकील से कोई नोटिस नहीं मिला है और वह अदालत में मुकदमे की सुनवाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। घोष ने कहा कि उन्हें सूत्रों से पता चला कि चक्रवर्ती ने उनके खिलाफ उच्च न्यायालय में दीवानी मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
चक्रवर्ती ने भेजा था कानूनी नोटिस
चक्रवर्ती ने पहले घोष को एक कानूनी नोटिस भेजा था। घोष के वकील अयान चक्रवर्ती ने कहा कि उन्होंने नोटिस का जवाब पहले ही भेज दिया था। घोष ने कहा कि जब चक्रवर्ती का मुकदमा सुनवाई के लिए आएगा, तो वह उच्च न्यायालय से अभिनेता के खिलाफ लगाए गए आरोपों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग करेंगे।
दोनों के बीच विवाद क्या?
सूत्रों के अनुसार, मिथुन चक्रवर्ती ने दावा किया है कि कुणाल घोष ने जानबूझकर राजनीतिक द्वेष के तहत उनके और उनके परिवार के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण टिप्पणियां कीं। घोष ने कथित तौर पर टिप्पणी की थी कि अभिनेता चिटफंड घोटाले में शामिल थे और जांच से बचने के लिए तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।