होम विदेश पाक की धरती पर अपने सैनिकों को भेजना चाहता है चीन, जिनपिंग भी बढ़ा रहे दबाव, समझिए ड्रैगन का पूरा गेम प्लान

पाक की धरती पर अपने सैनिकों को भेजना चाहता है चीन, जिनपिंग भी बढ़ा रहे दबाव, समझिए ड्रैगन का पूरा गेम प्लान

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पाकिस्तान में आतंकवाद की मार से कोई सुरक्षित नहीं है. फिर चाहें पाक के अपने नागरिक हों या उसके सबसे अच्छे दोस्त चीन के वो नागरिक जो पाकिस्तान की परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं. पाकिस्तान की शहबाज सरकार चीन को उसके नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी नहीं दे पा रही है. जिसपर SCO समिट और परेड में शामिल होने गए शहबाज शरीफ को शी जिनपिंग ने घेर लिया है.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को पाकिस्तान पर चीनी नागरिकों की सुरक्षा कड़ी करने का दबाव डाला, ये नागरिकों वो हैं जो पाकिस्तान में अरबों डॉलर की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं. पिछले सालों में कई बार चीनी नागरिक आतंकवादी हमलों शिकार हुआ है.

पाकिस्तान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की वैश्विक बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) परियोजनाओं का केंद्र बिंदु है, लेकिन देश में चीनी कामगारों की सुरक्षा को लेकर खतरे इन दोनों करीबी सहयोगियों के बीच तनाव का कारण बन गए हैं.

शहबाज शरीफ से क्या बोले शी

चीनी सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ बैठक में शी ने कहा, “चीन आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की लड़ाई का समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि पाकिस्तान अपने यहां चीनी कर्मियों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाएगा और द्विपक्षीय सहयोग के लिए एक सुरक्षित माहौल तैयार करेगा.”

हालांकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के ऑफिस से जारी प्रेस ब्रीफ में शी से मुलाकात का जिक्र है, लेकिन सुरक्षा मुद्दे का ज़िक्र नहीं किया गया है.

पाकिस्तान में उतारना चाहता है चीन अपने सैनिक

पाकिस्तान सरकार ने चीनी परियोजनाओं और कर्मियों की सुरक्षा के लिए हज़ारों सैन्य टुकड़ियां, अर्धसैनिक यूनिट और पुलिस तैनात की हैं. लेकिन बीजिंग, अनिच्छुक इस्लामाबाद पर अपने सुरक्षा कर्मचारियों को देश में काम करने की इजाजत देने के लिए दबाव डाल रहा है.

चीन की पाकिस्तान में परियोजनाएं

चीन ने पिछले 10 सालों में पाकिस्तान में बिजली संयंत्र और सड़कें बनाई हैं और पाकिस्तान के हिंद महासागर स्थित ग्वादर बंदरगाह का विकास किया है. इसके अलावा भी कई तरह के और इंवेस्टमेंट चीन ने पाक में किए हैं, लेकिन 60 अरब डॉलर के नियोजित चीनी बेल्ट एंड रोड निवेश का ज्यादातर हिस्सा सुरक्षा चिंताओं के वजह से स्थगित कर दिया गया है.

जिहादियों और अलगाववादियों, दोनों ने चीनी कर्मियों को निशाना बनाया है. चीनी परियोजनाओं को खासकर से दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में, जहाँ ग्वादर स्थित है, नुकसान पहुंचाया जाता रहा है. अलगाववादियों ने हाल के महीनों में इस क्षेत्र में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों पर हमले भी बढ़ा दिए हैं. जिसके बाद चीन आगे की योजनाएं के लिए चिंतित है.

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