मोहम्मद बिन सलमान
अरब दुनिया के अगर सबसे ताकतवर लोगों के बात करें, तो उनसे सबसे ऊपर नाम सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का आता है. कहा जाता है कि MBS के कंट्रोल में इस समय सऊदी की सभी ताकते हैं, लेकिन उनके यहां तक पहुंचने के पीछे भी कई राज छिपे हैं. जनवरी 2015 में सऊदी अरब के किंग अब्दुल्ला की मौत के बाद, शाह सलमान को नया राजा बनाया गया. उन्होंने अपने भाई मुकरिन को क्राउन प्रिंस बनाया.
मुकरिन को क्राउन प्रिंस बनाने के सिर्फ तीन महीने बाद ही राजा सलमान ने मुकरिन को हटा दिया और अपने भतीजे मोहम्मद बिन नायेफ़ को नया युवराज बनाया. साथ ही, उन्होंने अपने छोटे बेटे मोहम्मद बिन सलमान (MBS) को उप-युवराज और देश का रक्षा मंत्री बना दिया. इस समय MBS की उम्र सिर्फ 29 साल थी और देश की राजनीति में उन्हें कोई जानता नहीं था. रक्षा मंत्री बनने के बाद से ही MBS ने किंग के आसपास के घेरे में अपनी पकड़ मजबूत करनी शुरू की.
MBS कैसे हुए सऊदी की सत्ता पर काबिज?
MBS ने किंग सलमान को उनके परिवार और पुराने दोस्तों से अलग-थलग कर दिया. यहां तक कि राजा को अपनी पत्नी (MBS की अपनी मां) से भी मिलने से रोक दिया गया. कुछ लेखकों ने किताबों में दावा किया है कि MBS ने अपनी मां और बहनों को घर में ही नजरबंद कर दिया और राजा को झूठ बोला कि वे इलाज के लिए विदेश गई हैं.
माना जाता है कि उन्होंने अपना प्रभाव को बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्री के तौर पर यमन में सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया. शुरू में लोगों ने इसका स्वागत किया, लेकिन बाद में इसे एक बड़ी गलती माना गया. क्योंकि यमन में इससे कई हजार आम नागरिकों की जाने गई.
कैसे छीनी क्राउंन प्रिंस की गद्दी?
दो साल बाद किंग सलमान ने MBS को सीधे क्राउन प्रिंस बनाने का फैसला किया. इसके लिए मौजूदा युवराज मोहम्मद बिन नायेफ को हटाना जरूरी था. जून 2017 की एक रात, जब नायेफ मक्का में एक बैठक के लिए जा रहे थे, तो उन्हें राजा से मिलने का झूठा बहाना बनाकर महल में बुलाया गया. वहां पहुंचते ही उनके बॉडीगार्ड के हथियार छीन लिए गए और नायेफ को एक कमरे में बंद कर दिया गया.
वह शुगर के मरीज थी, उस रात उन्हें उनकी जरूरी दवाई भी नहीं दी गई और उन पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया गया. इसी दौरान, शाही परिवार के 34 सदस्यों से फोन पर पूछा गया कि क्या वे MBS को युवराज बनाने के पक्ष में हैं. 31 ने हां कहा. ये बात नायेफ को बताई गई. सुबह तक, थक-हार कर नायेफ ने इस्तीफे के कागजात पर दस्तखत कर दिए.
इसके बाद, एक झूठा वीडियो बनाया गया जिसमें नायेफ राजा के हाथ चूम रहे थे और वफादारी दिखा रहे थे. इस वीडियो को टीवी पर दिखाया गया.
इस्तीफे के बाद नायेफ को किया गया नजरबंद
इस्तीफा देने के बाद, नायेफ़ को उन्हीं के महल में नजरबंद कर दिया गया और बाद में उनके बैंक खाते तक फ्रीज कर दिए गए. उन पर नशे की लत जैसे आरोप लगाए गए ताकि जनता को उन्हें हटाने का कारण समझाया जा सके.
इस तरह, सत्ता पर कब्जे की एक सुनियोजित साजिश के जरिए मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब के नए क्राउन प्रिंस बन गए. आज पूरे सऊदी अरब में उनके पोस्टर लगे हैं और देश की सारी शक्ति उनके हाथों में है.