CCI ने सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन द्वारा यस बैंक लिमिटेड में शेयर पूंजी और मतदान अधिकारों के प्रस्तावित अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक ने आर गांधी को बैंक का गैर-कार्यकारी चेयरमैन फिर से नियुक्त करने की मंजूरी दी है।
प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक को लेकर दो बड़े अपडेट हैं। दरअसल, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (SMBC) द्वारा यस बैंक लिमिटेड में शेयर पूंजी और मतदान अधिकारों के प्रस्तावित अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक ने आर गांधी को बैंक का गैर-कार्यकारी चेयरमैन फिर से नियुक्त करने की मंजूरी दी है। अब गुरुवार को यस बैंक के शेयर पर निवेशकों की नजर रहेगी। बता दें कि बैंक के शेयर 20 रुपये से कम पर ट्रेड कर रहे हैं।
क्या है CCI मंजूरी की डिटेल
CCI ने सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (एसएमबीसी) को बैंक में 24.99 प्रतिशत तक हिस्सेदारी हासिल करने की मंजूरी दी है। इससे पहले 23 अगस्त को भारतीय रिजर्व बैंक ने भी हरी झंडी दिखाई थी। बता दें कि यस बैंक ने नौ मई, 2025 को एसएमबीसी द्वारा भारतीय स्टेट बैंक से 13.19 प्रतिशत हिस्सेदारी और सात अन्य शेयरधारकों से 6.81 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के साथ बैंक में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के प्रस्ताव के बारे में बताया था। अन्य शेयरधारकों में एक्सिस बैंक, बंधन बैंक, फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं। विदेशी निवेशकों सीए बास्क इन्वेस्टमेंट्स और वेरवेंटा होल्डिंग्स के पास क्रमशः 4.22% और 9.2% हिस्सेदारी थी।
बता दें कि एसएमबीसी, सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। यह भारत में नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और गिफ्ट सिटी में शाखाओं के साथ काम करती है।
बैंक के चेयरमैन फिर नियुक्त हुए आर गांधी
इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक ने आर गांधी को बैंक का गैर-कार्यकारी चेयरमैन फिर से नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। गांधी रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर रह चुके हैं। यस बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने एक सितंबर, 2025 के अपने पत्र के माध्यम से राम सुब्रमण्यम गांधी को बैंक के अंशकालिक चेयरमैन के रूप में फिर से नियुक्त करने को मंजूरी दी। उनकी नियुक्ति 20 सितंबर, 2025 से 13 मई, 2027 तक के लिए है। गांधी ने 2014 से 2017 तक तीन वर्षों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के रूप में काम किया। वह 37 वर्षों तक एक अनुभवी और कुशल केंद्रीय बैंकर रहे। उन्हें पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) में तीन साल के लिए नियुक्त किया गया था।