यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश अघी ने भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए अतिरिक्त शुल्क की आलोचना की है। उन्होंने इसे ‘अनावश्यक’ बताया है।
यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम ( USISPF ) के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश अघी ने भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए अतिरिक्त शुल्क की आलोचना की है। उन्होंने इसे ‘अनावश्यक’ बताया। उन्होंने चेतावनी दी कि इस फैसले से दोनों देशों के बीच दशकों की प्रगति को नुकसान पहुंच सकता है। अघी ने कहा कि यह निराशाजनक है कि 25 वर्षों में बने रिश्ते 25 घंटों में खत्म हो रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि दोनों देशों का प्रतिबद्ध रहना जरूरी है, क्योंकि भारत और अमेरिका दोनों को एक-दूसरे की आवश्यकता है। अघी ने कहा कि अमेरिका का एक और शुल्क लगाना अनावश्यक है।
ट्रंप के ट्वीट का कारण
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हाल की सोशल मीडिया टिप्पणियों पर परिपक्वता से प्रतिक्रिया दी है। भारत ने ट्रंप के ट्रुथ सोशल पोस्ट पर कोई नकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। ट्रंप के ट्वीट करने के सवाल पर अघी ने कहा कि इसके पीछे कई कहानियां हैं। एक यह कि वह नोबेल पुरस्कार जीतना चाहते हैं, दूसरी यह कि उन्हें गलत सलाह मिल रही है।
ट्रंप के बयानों पर सतर्कता
राष्ट्रपति ट्रंप के दावे पर कि भारत ने टैरिफ शून्य करने की पेशकश की है, अघी ने कहा कि ऐसे बयानों पर सावधानी से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रंप की कुछ टिप्पणियों को गंभीरता से लेना चाहिए या नहीं, यह समझना जरूरी है। ट्वीट या ट्रुथ सोशल पोस्ट में कुछ में सच्चाई हो सकती है, कुछ में नहीं। उन्होंने कहा कि भारत के लोग परिपक्व हैं और उन्हें देश हित में उचित कदम उठाने चाहिए।
व्यापारिक तनाव के बीच सकारात्मक दृष्टिकोण
अघी ने कहा कि दोनों देश व्यापारिक तनावों से जूझ रहे हैं, फिर भी अमेरिकी व्यवसायों का भारत के प्रति दृष्टिकोण सकारात्मक है। भारत पर लगाए गए अनुचित टैरिफ से दोनों पक्षों को नुकसान हो रहा है। फिर भी अमेरिकी सीईओ की समग्र भावना सकारात्मक है, और वे अपने निवेश को कम नहीं कर रहे। अमेरिका में सीईओ के बीच भारत में विश्वास, भरोसा और आस्था कायम है।