वोटर अधिकार यात्रा का मकसद क्या?
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ बीते 17 अगस्त 2025 को सासाराम (रोहतास जिला) से शुरू हुई और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में समाप्त हुई. 16 दिनों में 1300 किलोमीटर की यह यात्रा जिन 24 जिलों और 50 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी उनमें मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है. अब जब यात्रा समाप्त हो चुकी है तब मुस्लिम-प्रधान सीटों पर इस यात्रा का असर चर्चा में है. सवाल यह कि- क्या इस यात्रा से राहुल और तेजस्वी मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में ला पाए?
बिहार में मुस्लिम मतदाताओं पर प्रभाव
मुस्लिम वोटरों की लामबंदी मकसद!
सुपौल, मधुबनी और दरभंगा में यात्रा के दौरान भारी भीड़ और स्थानीय नेताओं की सक्रियता ने मुस्लिम मतदाताओं में उत्साह जगाया. कांग्रेस का दावा है कि यह यात्रा उनके कैडर में नया जोश भरने में सफल रही जो मुस्लिम वोटरों को लामबंद करने में मददगार हो सकता है. बिहार में 18 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है और खासकर सीमांचल, मिथिलांचल और चंपारण में कई सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक हैं. ऐसे में इस यात्रा का प्रभाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बिखराव का किसको मिला फायदा?
विपक्षी एकता और MY समीकरण
बिहार में मुस्लिम आबादी करीब 18 प्रतिशत है. सीमांचल जैसे इलाकों में यह आंकड़ा 40 प्रतिशत के पार पहुंच जाता है. सीमांचल, मिथिलांचल और चंपारण में अगर मुस्लिम वोट एकजुट हो जाएं तो 50 से अधिक सीटों पर नतीजे प्रभावित हो सकते हैं. लेकिन वर्ष 2020 में असदुद्ददीन ओवैसी की AIMIM को पांच सीटें मिली थीं जिसने महागठबंधन को नुकसान पहुंचाया. अगर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी मुस्लिम वोट को फिर से एकजुट कर पाए तो यह भाजपा के लिए बड़ा झटका हो सकता है. लेकिन इसके लिए उन्हें असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM, प्रशांत किशोर की जनसुराज और नीतीश कुमार की जदयू की काट भी तैयार करनी होगी.
वोटर अधिकार यात्रा का मकसद पूरा हुआ?
क्या भरोसा जीत पाए तेजस्वी और राहुल?
राजनीति के जानकार कहते हैं कि जिस तरह से वोटर अधिकार यात्रा में मुस्लिम इलाकों में लोगों की भीड़ उमड़ी इससे लगता है कि राहुल गांधी की छवि अब मुस्लिम युवाओं के बीच सकारात्मक हुई है. दूसरी ओर, तेजस्वी यादव की ‘सामाजिक न्याय’ की बात में मुस्लिम यादव समीकरण की सियासत पर अब भी प्रभावी है. लेकिन, इसको लेकर यह भी एक हकीकत है कि चुनावी नतीजों से पहले कुछ कहा नहीं जा सकता.