होम नॉलेज क्या है जापान का असली खजाना जो करता है मालामाल? जहां पहुंचे PM मोदी

क्या है जापान का असली खजाना जो करता है मालामाल? जहां पहुंचे PM मोदी

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जापान उन टॉप देशों की सूची में शामिल है जो सबसे ज्यादा मछलियां पकड़कर उसे निर्यात करते हैं.

पीएम मोदी जापान के दौरे पर हैं, वो जापान जिसे तकनीक, वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग और स्टील इंडस्ट्री के लिए जाना जाता है. ये सेक्टर यहां की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने का काम करते हैं. दुनियाभर के ज्यादातर देशों में दशकों से जापानी कंपनियों के प्रोडक्ट पहुंच रहे हैं और कमाई का साधन बने हुए हैं. इतना ही नहीं, प्राकृतिक तौर पर भी जापान के पास ऐसा खजाना है जो उसकी अर्थव्यवस्था को ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करता है और देश को मालामाल करता है.

पीएम मोदी के जापान दौरे के बहाने आइए जाते हैं, क्या है जापान का वो खजाना जो उसे मालामाल करता है और कैसे यह देश उसका इस्तेमाल करके अर्थव्यवस्था को रफ्तार देता है.

जापान की असली दौलत

प्राकृतिक संसाधनों के मामलों में जापान भले ही चीन से पीछे हो लेकिन ब्लू इकोनॉमी इसकी कमाई का बड़ा जरिया है. ब्लू इकोनॉमी यानी समुद्र से कमाई करके अर्थव्यवस्था को बढ़ाना. जापान उन टॉप देशों की सूची में शामिल है जो सबसे ज्यादा मछलियां पकड़कर उसे निर्यात करते हैं. यह फिशिंग इंडस्ट्री का बड़ा हिस्सा है.

आंकड़े बताते हैं कि साल 2022 में जापान ने 3.85 मिलियन मीट्रिक टन मछली पकड़ी. यहां मछली पकड़ने, इसे खाने और पालने का कल्चर है. यही वजह है कि जापान इस फील्ड में आगे है.

Japan Fishing Industry

जापान फिशिंग और सी-फूड को एक्सपोर्ट करने के लिए भी जाना जाता है. फोटो: Getty Images

जापान कई प्रकार की मछलियों और सी-फूड एक्सपोर्ट करके कमाई करता है. इसमें येलोटेल, मैकेरल, टूना, और कई तरह के झींगे और दूसरे समुद्री जीव शामिल हैं. इसके अलावा एक्सपोर्ट में ताज़ा, जमे हुए, ठंडे और प्रोसेस्ड सी फूड शामिल हैं, ये चीन और अमेरिका सहित ग्लोबल मार्केट की जरूरतों को पूरा करते हैं.

जापान का 67% हिस्सा जंगलों से ढका

जापान की खूबियों में वहां के जंगल भी शामिल हैं. यहां की जमीन का 67 फीसदी हिस्सा जंगलों से ढका है. ये जंगल जापान की कमाई का बड़ा जरिया भी हैं. जापान जंगलों और लकड़ी का इस्तेमाल अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने में करता है. इसके जरिए तैयार होने वाले फर्नीचर, बांस और कागज उद्योग देश की अर्थव्यवस्था को बूस्ट कर रहे हैं. भले ही जापान लकड़ी के मामले समृद्ध हैं, लेकिन चीन की तरह प्राकृतिक खनिज सम्पदा में पिछड़ा है. जापान चीन, अमेरिका, साउथ कोरिया और वियतनाम को लकड़ी से बने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करता है.

Japan Forest

जापान चीन, अमेरिका, साउथ कोरिया और वियतनाम को लकड़ी से बने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करता है.

जियोथर्मल एनर्जी से बन रही बिजली

जापान जियोथर्मल एनर्जी से काफी समृद्ध देश है. जापान उन देशों में शामिल है जो रिंग ऑफ फायर पर है. यहां कई तरह के ज्वालामुखी और गर्म पानी के स्रोत हैं. ये जियोथर्मल एनर्जी और पर्यटन के भी सोर्स हैं. यहां की जमीन के मैग्मा और गर्म चट्टानें मौजूद हैं. यह भू-तापीय भाप और गर्म पानी निकलता है, जिसका उपयोग बिजली बनाने और हीटिंग में किया जाता है. यहां अक्सर ज्वालामुखी फटने की घटनाएं होती रहती हैं. जापान के कई ज्वालामुखी टूरिस्ट पॉइंट हैं. जहां बड़ी संख्या में लोग इसे देखने के लिए पहुंचते है.

जापान के कई हिस्सों में हज़ारों हॉट स्प्रिंग्स हैं, ये ऊर्जा के प्रमुख स्रोत हैं. तोहोकू क्षेत्र, क्यूशू द्वीप, होक्काइडो और गुन्मा-नागानो वो हिस्से हैं जो जियोथर्मल एनर्जी के लिए जाने जाते हैं. जापान दुनिया के उन टॉप 10 देशों में है जिनके पास सबसे ज्यादा जियोथर्मल ऊर्जा संसाधन हैं.

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