ईरान पुलिस ने जानकारी दी कि सुरक्षाबलों ने सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत के दक्षिण-पूर्वी शहर सरवन में गोलीबारी के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया है. मेहर न्यूज एजेंसी के मुताबिक यह घटना रविवार तड़के हुई, जब सरवन काउंटी में गश्ती लगा रही ईरानी पुलिस पर आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया. ये इलाका पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा से लगा हुआ है और आतंकी घटनाओं के संवेदनशील है.
हमले के बाद पुलिस ने जवाबी गोलीबारी में तीन हमलावर को मार गिराया, जबकि अन्य हमलावर घटनास्थल से भाग गए और अब सुरक्षा बल उनकी तलाश में जुटे हैं. अधिकारियों ने बताया कि झड़प में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हुआ है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से सशस्त्र समूहों, जिनमें इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी और तस्करी नेटवर्क शामिल हैं से जुड़ी छिटपुट अशांति की घटनाओं का सामना करता रहा है.
इजराइल की टूल किट की तरह इस्तेमाल हो रहे आतंकी
सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में कई आतंकी ग्रुप एक्टिव हैं, जिनका इस्तेमाल इजराइल की खुफिया एजेंसियां ईरान के खिलाफ कर रही हैं. जून के संघर्ष के बाद से ईरान पुलिस देश में इजराइल के एजेंटों की तलाश में है. बता दें, ईरान ने जुलाई के अंत में मुजाहिदीन-ए-खल्क संगठन (MKO) के दो सदस्यों, मेहदी हसनी और बेहरोज एहसानी इस्लामलू को फांसी दे दी. सुप्रीम कोर्ट ने सशस्त्र विद्रोह और राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोपों में उनकी मौत की सजा बरकरार रखी थी.
पश्चिमी देशों में खुले घूम रहे ईरान के दुश्मन
MKO का ईरानी नागरिकों और अधिकारियों पर आतंकवादी हमले करने का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसमें 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से करीब 12 हजार लोगों की जान जा चुकी है. अब ये ग्रुप अल्बानिया से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है. MKO के सदस्य, हिंसा के अपने पुराने रिकॉर्ड के बावजूद, अमेरिका और यूरोप में खुलेआम सक्रिय हैं.
ईरानी अधिकारियों ने इस समूह की गतिविधियों की लगातार निंदा की है और पश्चिमी सरकारों पर इस संगठन को पनाह देने और समर्थन देने का आरोप लगाया है.