आयरलैंड में नहीं थम रहा नस्लीय भेदभाव
आयरलैंड से नस्लवाद की घटनाएं आए दिन सामने आ रही है. यहां लगभग हर रोज ही दूसरे देशों के लोगों को नस्लभेद का सामना करना पड़ा रहा है. खासकर भारतीयों के खिलाफ नफरत इतनी भर गई है कि बच्चों और बुजुर्गों तक को नहीं छोड़ा जा रहा है. ऐसा ही एक मामला डबलिन से सामने आया है. यहां 60 वर्षीय भारतीय मूल के व्यक्ति को नस्लीय भेदभाव का सामना करना पड़ा. ये भेदभाव और कमेंट बच्चों की तरफ से किया गया.
भारतीय के मूल के 60 बर्षीय बुजुर्ग से बच्चों ने पहले सेल्फी मांगी और फिर उनका मज़ाक उड़ाया, एक बच्चे ने उनके बटुए को छीनने की कोशिश भी की. इस घटना ने आयरलैंड में रह रहे भारतीयों के बीच चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में आयरलैंड में भारतीयों पर कई हमले हुए हैं. यही कारण है कि कानून में बदलाव की मांग उठ रही है.
क्या है पूरा मामला?
बुजुर्ग की बेटी ने बताया कि यह नस्लीय हमला तब हुआ जब वह अपने परिवार के साथ डबलिन में बस का इंतजार कर रहे थे. महिला ने बताया 9 अगस्त को एक रेडिट पोस्ट में, महिला की एक दोस्त ने बताया कि वह अपने पिता और बहन के साथ डबलिन में बस का इंतज़ार कर रही थी, तभी दो लड़के, जिनके बारे में उसने सोचा कि वे लगभग 7 या 8 साल के होंगे, उनके पास आए.
महिला ने बताया कि लड़कों ने पहले उसके पिता के साथ सेल्फी लेने के लिए कहा, लेकिन फिर वे उनका मज़ाक उड़ाने लगे और उनमें से एक ने कथित तौर पर उनकी जेब से उनका बटुआ छीनने की कोशिश की.
महिला ने बताया कि इस सब के बाद भी हमने शांत रहने की कोशिश की और उनके व्यवहार को नजरअंदाज किया. लेकिन फिर, हैरानी की बात यह रही कि एक लड़के ने मेरे पिता का रास्ता रोक लिया और उनकी जांघों की ओर खींचने वाले इशारे किए. इस घटना ने पूरे परिवार को डरा कर रख दिया है.
कानूनों में बदलाव की उठी मांग
बेटी ने बताया “मेरे 60 वर्षीय पिता को उनकी बेटियों के सामने ही एक बच्चे ने परेशान किया, जिससे हम असहाय महसूस कर रहे थे. आयरलैंड में अश्वेत लोगों के लिए मौजूदा माहौल और कानूनों की जानकारी होने के बावजूद, तुरंत कोई उपाय न कर पाना निराशाजनक था. “आयरलैंड में अश्वेत लोगों के लिए मौजूदा माहौल” पर बात करते हुए कानूनों में बदलाव की मांग की.
एक हफ्ते के भीतर दूसरी घटना
बुजुर्ग के साथ हुई ये घटना पहली नहीं है. यहां आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं. पिछले हफ्ते 6 साल की एक मासूम बच्ची पर ऐसा ही नस्लीय हमला हुआ था. हमलावरों ने बच्ची को डर्टी इंडियन कहते हुए उसके साथ बर्बर सुलूक किया था. बच्ची के हमलावर 12 से 14 साल के लड़के थे. यहां तक कि उसके बाल खींचते हुए कहा भारत भाग जाओ.