होम झारखंड आरएसएस ने मनाया रक्षा बंधन उत्सव, धर्म व देश की रक्षा का संकल्प

आरएसएस ने मनाया रक्षा बंधन उत्सव, धर्म व देश की रक्षा का संकल्प

द्वारा

चंदवा़ स्थानीय खेल स्टेडियम में संघ स्थान पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहल पर शनिवार की सुबह रक्षा बंधन उत्सव मनाया गया. उपस्थित स्वयंसेवकों ने ध्वज दंड में रक्षा सूत्र बांधकर धर्म, संस्कृति व देश की रक्षा का संकल्प जताया. राजेश चंद्र पांडेय ने रक्षा बंधन उत्सव पर कहा कि आरएसएस में छह उत्सव मनाये जाते हैं. इसमें से रक्षा बंधन एक है. कहा कि स्वयंसेवक परम पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांधकर धर्मों रक्षति रक्षित: का संकल्प जताते हैं. अर्थात हम सब मिलकर धर्म की रक्षा करें. कहा कि एक-दूसरे के सुख-दुःख में खड़े रहने, समानता-समरसता को मजबूत करने, संस्कारयुक्त, समतामूलक समाज बनाने के संकल्प के साथ ध्वज में रक्षा सूत्र बांधे. कहा गया कि आदर्श समाज के निर्माण के लिए संघ प्रयत्नरत है. यहीं विश्वगुरु भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा. मौके पर नरेश प्रसाद, नरेंद्र अग्रवाल, जयेश वरू, रविंद्र प्रसाद, महेंद्र अग्रवाल, अनिल प्रसाद, रमन कुमार, गोविंद अग्रवाल, मनोज सिंह, राकेश सिंह, मोहनीश कुमार, सौरभ कुमार, मुरली अग्रवाल, प्रत्यूष, सात्विक, अस्मित, अंशु कुमार, पीयूष कुमार, रेणु कुमारी, अमन कुमार, रेखा कुमारी समेत अन्य स्वयंसेवक उपस्थित थे. सावन पूर्णिमा में शिवालय में पूजा करने को लेकर रही भीड़ बरवाडीह. प्रखंड मुख्यालय एवं आसपास के क्षेत्र में शनिवार को सावन पूर्णिमा को लेकर सभी शिवालय में पूजा-अर्चना तथा जलाभिषेक को लेकर काफी भीड़ रही. इस दौरान पहाड़ी शिव मंदिर एवं बाजार के पंचमुखी शिव मंदिर में सबसे अधिक भीड़ देखने को मिली. पहाड़ी शिव मंदिर में प्रखंड मुख्यालय के अलावा दूरदराज से काफी संख्या में भक्त पूजा करने पहुंचे थे. सावन पूर्णिमा पर पहाड़ी शिव मंदिर व बाजार स्थित पंचमुखी शिव मंदिर स्थित शिवलिंग को विशेष रूप से सजा कर पूजा-अर्चना की गयी. रात्रि में पूजन के बाद भक्तो के बीच खीर का महाप्रसाद वितरण किया गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

आपको यह भी पसंद आ सकता हैं

एक टिप्पणी छोड़ें

संस्कृति, राजनीति और गाँवो की

सच्ची आवाज़

© कॉपीराइट 2025 – सभी अधिकार सुरक्षित। डिजाइन और मगध संदेश द्वारा विकसित किया गया